राजस्थान
जगन्नाथ रथ यात्रा उत्सव के शुभारंभ, श्रद्धालुओं में हाथ से रथ खींचने की होड़
Shantanu Roy
21 Jun 2023 10:05 AM GMT

x
राजसमंद। आमेट के धार्मिक पर्वों में आषाढ़ शुक्ल द्वितीया मंगलवार का दिन अमिट छाप के रूप में अंकित रहा। मौका था शहर में जगन्नाथ रथ यात्रा उत्सव की शुरुआत का। कार्यक्रम में सुबह भगवान जयसिंह श्याम के मंदिर में नौका पूजन किया गया। दोपहर 12 बजे आचार्यों के नेतृत्व में इंद्र महायज्ञ किया गया। फिर खेड़ा देवता का पूजन कर चार बजे जगन्नाथ यात्रा शुरू हुई।
महामंडलेश्वर सीता राम दास के सानिध्य में रथ की पूजा कर ठाकुरजी को चढ़ाया गया। रथ में पारंपरिक छड़ी, मेघा डमर, हाथ पंखा आदि यात्रा की शोभा बढ़ा रहे हैं। शोभायात्रा में महिलाएं सिर पर कलश लिए रथ के आगे-आगे चल रही थीं। रथ यात्रा जय सिंह श्याम मंदिर से शुरू होकर रामदेव मंदिर, बड़ी पोल, पीपली पोल, रामद्वारा, भीलवाड़ा रोड, बस स्टैंड, लक्ष्मी बाजार, गणेश चौक, होलीथान होते हुए पुन: मंदिर परिसर पहुंची। जहां यज्ञ संपन्न हुआ और महाआरती हुई। रथ यात्रा में संत मुमुक्षु राम रामद्वारा, अखाड़े के बाहर संत रामदास, नगर के प्रबुद्धजन सहित सैकड़ों की संख्या में शहर के लोग मौजूद रहे.
परंपरा के अनुसार जगन्नाथ पुरी से शुरू होने वाली रथ यात्रा में भगवान के रथ को हाथ से खींचा जाता है। इसी परंपरा के अनुसार शहर में पहली बार निकली रथयात्रा में भगवान के विग्रह को रथ में विराजमान किया गया था। फिर भक्तों के हाथों रथ को खींचा गया। पहली बार निकली इस रथ यात्रा में नगरवासियों में रथ खींचने की होड़ लग गई। यात्रा पर आए प्रत्येक भक्त ने ठाकुरजी के रथ को अपने हाथों से खींचकर उनकी सेवा की। रथयात्रा में पूरा मार्ग भगवान के जयकारे से गुंजायमान रहा। नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर रथ यात्रा का स्वागत किया।

Shantanu Roy
Next Story