राजस्थान

चार दिवसीय सेल्फ अवेकनिंग एवं सिंधी स्नेह मिलन शिविर का शुभारंभ

Shantanu Roy
12 April 2023 11:17 AM GMT
चार दिवसीय सेल्फ अवेकनिंग एवं सिंधी स्नेह मिलन शिविर का शुभारंभ
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सिरोही। ब्रह्म कुमारी संस्थान के मनमोहिनी वन स्थित ग्लोबल ऑडिटोरियम में सोमवार को विश्व सिंधी भाषा दिवस पर चार दिवसीय आत्म जागरण एवं सिंधी स्नेह मिलन शिविर का उद्घाटन किया गया. इसमें गुजरात, राजस्थान समेत देश के अन्य राज्यों से 400 से ज्यादा सिंधी समाज के लोग शिरकत करने पहुंचे हैं। उद्घाटन सत्र में मुख्य प्रशासक राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने कहा कि आप सभी सिंधु भाई बहनों का ईश्वर धाम में स्वागत है। अपने को बिन्दु समझ ज्योतिबिन्दु परमात्मा को याद करेंगे तो हमारा अनेक जन्मों का भाग्य बनेगा। परमात्मा हम सब आत्माओं का परमपिता है। मीडिया निदेशक बीके करुणा ने कहा कि सिन्धु नदी की संस्कृति का वर्णन आज भी हमारे ग्रंथों में है। शिवबाबा ने ब्रह्मा बाबा द्वारा हमको ज्ञान सुनाया कि हम सब आदि देवी-देवता सनातन संस्कृति के हैं। भारत का पहला धर्म देवताओं का धर्म था। बाबा ने हमें बताया कि हम सब सनातनी हैं। आप उस संस्कृति में आ गए हैं जहां हम सभी एक संस्कृति के हैं।
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शीलू दीदी ने कहा कि सिंधी समाज ने विश्व में बहुत बड़ा योगदान दिया है। आपने व्यापार में नई ऊंचाई प्रदान की है। अब हमें अध्यात्म में भी नई ऊंचाइयों को छूना है। राजयोग ध्यान से हमारा मन शांत और शक्तिशाली बनता है। हीरो थरनानी ने कहा कि यहां आकर उन्हें काफी शांति का अनुभव हुआ। विनोद मूलचंदानी ने कहा कि वर्तमान में हम सभी को आध्यात्मिकता की आवश्यकता है। मुरली अडानी ने कहा कि संस्था द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। हिना सद्दापुरी, अजीत मनियाल, डॉ. राजू वी मनवानी, मनोहर पमनानी, दीपक केवलरमानी ने भी विचार व्यक्त किए। बिलासपुर से आईं बीके राखी ने कार्यवाही का संचालन करते हुए कहा कि ईश्वर इस धरती पर आकर सभी आत्माओं को एकता और वसुधैव कुटुम्बकम का पाठ पढ़ाते हैं. भगवान हमें ज्ञान देकर नई सतयुगी दुनिया की स्थापना का महान कार्य कर रहे हैं। स्वागत गीत गायक बीके भानु भाई और बीके युगरतन भाई ने प्रस्तुत किया। मिस निशा ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। बीके बीना ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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