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राजसमंद। साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों और राज्य सरकार के निर्देश मिलने पर जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने मंगलवार को राजसमंद में साइबर थाने का उद्घाटन किया. राजसमंद के डिप्टी बेनी प्रसाद मीणा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के भूतल पर कमरा नंबर 108 व 109 में शुरू हुए साइबर थाने के थानाध्यक्ष होंगे. इसके अलावा साइबर थाने में कार्यरत पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को जयपुर में साइबर अपराधों की जांच व इससे जुड़े अन्य पहलुओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
राजसमंद जिला पुलिस अधीक्षक ने साइबर अपराध की जानकारी देते हुए बताया कि साइबर अपराध को रोकने और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए थाना स्थापित किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर आ रहे फेक मैसेज को नजरअंदाज करने की अपील की। साइबर थाने में सरकारी वेबसाइट हैकिंग, सरकारी डिजिटल डाटा से छेड़छाड़, चाेरी, चाइल्ड पोर्नोग्राफी, साइबर टिपलाइन से संबंधित रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा आईटी एक्ट, आर्म्स एक्ट, पासपोर्ट एक्ट के तहत अपराधों की शिकायत मिलने पर अनुसंधान किया जाएगा।
धोखाधड़ी के मामले में टोल फ्री नंबर डायल करें - धोखाधड़ी के मामले में नागरिकों को तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 डायल करना चाहिए। किसी भी व्यक्ति से मोबाइल पर कॉल कर खाता संख्या, आधार संख्या या अन्य जानकारी लेकर पैसा निकालने, झूठा कर्ज देने का आश्वासन देकर ठगी करने, मैसेज देकर ओटीपी नंबर मांगने और मैसेज भेजकर ओटीपी नंबर मांगने जैसी घटना होती है तो रजिस्टर ए कराएं। कॉल करके शिकायत करें टोल फ्री नंबर पर शिकायत के बाद जल्द से जल्द साइबर थाने में दर्ज कराएं शिकायत - टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराने के बाद बिना समय गंवाए वह सीधे साइबर थाने पहुंचे और अपनी शिकायत दर्ज कराई. जिले में साइबर ठगी के मामले में वर्ष 2022 में शिकायतकर्ता के खातों में पुन: 7,68,291 रुपये की वापसी की गयी है.
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