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जानिए क्या है पूरा मामला
अजमेर। अजमेर विकास प्राधिकरण (एडीए) में अध्यक्ष बनाने के नाम पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव के साथ एक करोड़ 34 लाख की ठगी की गई। पीड़ित ने चार लोगों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि आरोपियों ने कांग्रेस पार्टी में अच्छी पहचान का झांसा देकर पहले ढाई करोड़ मांगे और बाद में यह राशि हड़प कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एसआई भवानीसिंह को सौंपी है। पीड़ित भोंपो का बाडा, सोफिया स्कूल के पीछे रहने वाला विष्णु भाटी (36) पुत्र बालमुकंद भाटी है।
विष्णु भाटी ने रिपोर्ट में बताया कि उसके मित्र प्रदीप शर्मा ने बताया कि उसके रिश्तेदार धर्मेन्द्र जोशी की कांग्रेस पार्टी में उच्च पदाधिकारियों से अच्छी जान पहचान व निकट के संबंध है। अजमेर विकास प्राधिकरण अजमेर के अध्यक्ष पद के लिए चयन करवाया जा सकता है। परन्तु इसके लिए साडू धर्मेन्द्र जोशी से बातचीत करनी होगी। मोबाइल पर बात कराई तो दिल्ली आने के लिए कहा गया। वह और उसका चचेरा भाई उत्तम भाटी दिल्ली पहुंच गए। धर्मेन्द्र जोशी ने दिल्ली में होटल द ललित में ले जाकर कुछ व्यक्तियों से जान पहचान करवाई तथा आश्वस्त किया गया कि उसे अजमेर विकास प्राधिकरण अजमेर के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति जल्द करवा दी जाएगी।
इसके बाद होटल से बाहर आकर अमानत राशि के रूप में ढाई करोड़ रुपए की डिमांड की। यह भी बताया कि अध्यक्ष पद ग्रहण करने के पश्चात हमारे कहे अनुसार कार्य करेंगे और हमारे कहे अनुसार कार्य नहीं करने पर अमानत राशि फॉर फिट कर दी जाएगी। यह भी आश्वस्त किया कि अमानत की राशि बतौर सिक्योरिटी है, बाद में पुनः लोटा दी जाएगी। यह भी कहा कि हमारे द्वारा मांगे जाने पर यह राशि प्रदीप शर्मा के पास हमारे कहे अनुसार भिजवा देने की व्यवस्था करवा देना। बाद में दिल्ली बस स्टेण्ड तक छुडवाया गया। तीन चार दिन बाद ही प्रदीप शर्मा ने अपने घर बुलाया और कहा कि धर्मेन्द्र जोशी से बात हुई थी, उन्होने कहा था कि विष्णु जी ने बहुत अच्छी तरह से बात की है, जो शिक्षित है, योग्य है तथा उन्हें काफी समझ भी लिया है, परन्तु उन्हें आप पर विश्वास नहीं है कि पद पर बैठने के बाद आप उनके कहे अनुसार चलेंगे। इसलिए आपको अमानत राशि पहले लेंगे।
उसने कहा कि इतनी बड़ी रकम की व्यवस्था कहां से करेंगे और आपको व धर्मेन्द्र जोशी को विश्वास नहीं है। तब प्रदीप शर्मा ने कहा कि विष्णु भाई हमें तो विश्वास है, परन्तु आगे वाले व्यक्तियों को कैसे विश्वास दिलवाएं और आपको रुपए भी एक साथ नहीं रखने है,, जब हम कहें तब किश्तों में रुपए अमानत के रूप मे दे देना। अभी तो धर्मेन्द्र जोशी ने 50 लाख की व्यवस्था करने के लिए कहा है। यह राशि मेरे पास सुरक्षित रहेगी। अभी तो रिश्तेदारों एवं जान पहचान वालों से व इधर-उधर से कैसे भी कर लो। तब राशि एकत्रित करने के लिए कुछ समय मांगा। इसके बाद राशि उनके कहे अनुसार समय-समय पर दी जाती रही। अमानत की राशि बतौर नगद, बैंक द्वारा, नेट बैंकिग द्वारा भिजवायें गए। झूठा दिलासा देते हुए ठगी करते हुए एक करोड चोतीस लाख दो हजार चार सौ रुपए छल-कपट पूर्वक, धोखाधडी करके, उच्च अधिकारी व नेताओं से रसूखात बताते हुए हड़प कर लिए।
ओंकार नगर, अजमेर निवासी प्रदीप शर्मा (50)
शाहदरा, दिल्ली निवासी धर्मेन्द्र जोशी (52)
शाहदरा दिल्ली निवासी कर्नव जोशी (18)
नोएडा, उत्तर प्रदेश निवासी नरेन्द्र शर्मा (63)
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