राजस्थान
दौसा के गांव बालाहेडी में आयोजित वितरण कार्यक्रम में 120 कुम्हारों को विद्युत चालित
Tara Tandi
24 Aug 2023 1:19 PM GMT
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खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के अध्यक्ष मनोज कुमार ने दौसा की सांसद जसकौर मीणा की उपस्थिति में ग्रामोद्योग विकास योजना के अंतर्गत 120 कुम्हारों को विद्युत चालित चाक और 40 कारीगरों को टर्नवुड क्रॉफ्ट मशीनों और टूलकिट का वितरण किया।
दौसा के गांव बालाहेडी में आयोजित वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सांसद दौसा जसकौर मीणा ने कहा कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने पिछले 9 वर्षों में ऎतिहासिक काम किया है। ग्रामीण भारत में रोजगार सृजन के क्षेत्र में केवीआईसी महत्वपूर्ण भूमिका निभा कर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहा है। कार्यक्रम में केवीआईसी के उत्तर क्षेत्र के सदस्य नागेंद्र रघुवंशी उपस्थित रहे।
वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केवीआईसी के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जिस खादी को पूज्य बापू ने स्वदेशी आंदोलन के दौरान ब्रिटिश हुकूमत के विरूद्ध संघर्ष का सबसे मजबूत हथियार बनाया, उसी खादी को ‘आधुनकि भारत के शिल्पकार’ और ‘आत्मनिर्भर भारत के रचनाकार’ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 9 वषोर्ं में गरीबी निर्मूलन, कारीगर सशक्तिकरण, खाद्य सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और बेरोजगारी उन्मूलन का सबसे सशक्त, सक्षम और सफल ‘अस्त्र और शस्त्र’ बनाया है। उन्हीं के नेतृत्व में पिछले वित्त वर्ष में इतिहास रचते हुए खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का कारोबार 1ण्34 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया।
अध्यक्ष मनोज कुमार के अनुसार 2014 के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और प्रयासों का परिणाम है कि सिर्फ 9 वषोर्ं में खादी आज ‘ग्लोबल ब्रांड’ बन चुकी है। नीति आयोग के आंकड़े का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों में 13ण्5 करोड़ लोग भारत में गरीबी से बाहर निकले हैं। गांवों में लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने में खादी ने भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अहम योगदान दिया है। केवीआईसी ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 9 लाख 54 हजार 899 नये रोजगार का सृजन किया है।
लार्भाथियों और गांववालों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केवीआईसी द्वारा ग्रामोद्योग विकास योजना के अन्तर्गत भारतीय परम्परागत उद्योगों के कामगारों को टूल्स एवं मशीनरी का वितरण किया जा रहा है, जिससे परम्परागत उद्योगों के कामगारों की आय में वृद्वि से उनके जीवन स्तर में व्यापक सुधार हो। अभी तक पूरे देश में कुम्हारों को 25,000 से अधिक विद्युत चालित चाकों का वितरण किया जा चुका है, जिससे कुम्हारों की आय में तीन से चार गुना की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने आगे कहा कि हमें मेक इन इंडिया के साथ-साथ मेक फॉर वल्र्ड के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है, तभी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का लोकल टू ग्लोबल विजन साकार हो पाएगा।
वितरण कार्यक्रम में कुम्हार सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत राजस्थान के दौसा, अलवर, भरतपुर और करौली के 120 कुम्हारों को विद्युत चालित चॉक प्रदान किये गये। सभी लाभार्थियों को 10 दिन की निःशुक्ल ट्रेनिग दी गई है। साथ ही टर्नवुड क्रॉफ्ट के 40 कारीगरों को 20 दिन की निःशुक्ल ट्रेनिग के बाद मशीनों और टूलकिट का वितरण किया गया है। जिसके माध्यम से अब ये कारीगर 25 से 35 हजार रुपये तक प्रति महीना आजीविका कमा सकेंगे।
लार्भाथियों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि राजस्थान में 158खादी की संस्थाएं कार्यरत हैं जिसके माध्यम से 30 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के अंतर्गत राजस्थान में अभी तक 30083 पीएमईजीपी की इकाईयां स्थापित की गई हैं, जिन्हें भारत सरकार की तरफ से 860 करोड़ रुपये की र्माजिन मनी सब्सिडी का वितरण किया गया है। दौसा में पिछले 6 वषोर्ं में करीब 670 इकाइयों की स्थापना हुई है, जिनको र्माजिन मनी सब्सिडी के रूप में 17ण्47 करोड़ रुपए की वित्तिय सहायता दी गई है। जिसके माध्यम से 5360 लोगों को रोजगार मिल रहा है। अध्यक्ष मनोज कुमार के अनुसार पीएमईजीपी के अंतर्गत पूरे देश में करीब 22 हजार करोड़ रुपये की र्माजिन मनी सब्सिडी का वितरण किया जा चुका है। वित्त वर्ष 2008-09 से 2022-23 के बीच 8ण्69 लाख परियोजनाओं की स्थापना कर करीब 50 लाख से अधिक नये रोजगार का अवसर प्रदान किया गया।
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