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अजमेर। जोधपुर के भूंगरा गांव में हुए गैस सिलेंडर ब्लास्ट में 16 निर्दोष लोगों की जान गंवाने के बावजूद भी लोग इससे सबक नहीं ले रहे हैं। एक बार फिर चंद रूपयों के लिए हाईवे पर अवैध रिफलिंग करने वाला सक्रिय नजर आया। जिस पर अजमेर पुलिस और प्रशासन की टीम ने कार्रवाई करते हुए 20 हजार लीटर गैस से भरा टैंकर व 74 सिलेंडर जब्त किए हैं। हालांकि कार्रवाई से बचने के लिए आरोपियों ने डीएसओ की गाड़ी को टक्कर मारी साथ ही पथराव भी किया लेकिन पुलिस की स्पेशल टीम के आगे वह ज्यादा कुछ नहीं कर सके।
अजमेर जिला रसद अधिकारी विनय कुमार शर्मा ने बताया कि पिछले लम्बे समय से उन्हें हाईवे पर अवैध गैस रिफलिंग की सूचना मिल रही थी। जिस पर जिला कलक्टर अंशदीप से परमिशन लेकर कार्रवाई के लिए जाल बिछाया था। जिला पुलिस की टीम की सहायता से शातिर आरोपियों को दबोच कर गैस से भरा टैंकर, 74 सिलेंडर, टैम्पो सहित अन्य सामान जब्त किया है।
डीएसओ विनय कुमार शर्मा ने कहा कि हाईवे पर चल रहे अवैध रिफलिंग के अड्डे पर जैसे ही दबिश दी तो अफरा तफरी मच गई और आरोपियों ने टैंकर को ले जाने का प्रयास किया। उनकी गाड़ी तक को टक्कर मार दी और पथराव भी किया। लेकिन वह कार्रवाई करने के लिए पूरी प्लानिंग के साथ आए थे। ऐसे में मुख्य आरोपी नरेन्द्र जैन, टैम्पो के चालक राजू को पकड़ा है। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सवाल तो यह उठता है कि आखिर हर बार प्रशासन की नींद कोई हादसा होने के बाद ही क्यों खुलती है। जोधपुर में हुए ब्लास्ट के बाद ही अजमेर के रसद विभाग की नींद जागी है और यह कार्रवाई अंजाम दी गई। अगर समय रहते इन पर कार्रवाई कर दी जाए तो इन हादसों पर अंकुश लग सके और निर्दोष लोगों की जान नहीं जाए।
कार्रवाई में डीएसओ की टीम को अब तक यह जानकारी मिली है कि हाईवे पर टैंकर से सीधे रिफलिंग कर भरे जा रहे सिलेंडर को होटल व शादी समारोह में सप्लाई किए जाते हैं। फिलहाल डीएसओ व पुलिस इस संबंध में गहनता से जांच कर रही है। गौरतलब है कि जोधपुर के भूंगरा गांव में हुए सिलेंडर ब्लास्ट में जहां 16 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है वहीं कई अभी तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।
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