जयपुर: देश के आईआईटी-एनआईटी समेत कुल 116 कॉलेजों की 57 हजार से अधिक सीटों के लिए जोसा द्वारा जॉइंट काउंसलिंग के प्रथम राउंड का सीट आवंटन जारी कर दिया गया है। इसमें इस वर्ष लड़कियों को सुपर न्यूमेरेरी सीटें मिलाकर 20 प्रतिशत फीमेल पूल से सीटें आवंटित की गई। जिससे पीछे की रैंक वाली लड़कियों को भी अपने द्वारा भरी हुई कॉलेज ब्रांच वरीयता सूची के अनुसार शीर्ष आईआईटी-एनआईटी की कोर ब्रांचों को चुनने का अवसर प्राप्त हुआ है। वहीं, विद्यार्थी जिन्हें प्रथम राउंड सीट आवंटन में किसी भी कॉलेज का सीट आवंटन हुआ है, उन्हें 4 जुलाई को शाम 5 बजे तक ऑनलाइन रिपोर्टिंग करनी होगी।
ओपन से हुआ पहला अलॉटमेंट
जोसा काउंसिलिंग के दौरान प्रथम राउंड के सीट आवंटन में सभी विद्यार्थियां को उनकी भरी हुई कॉलेज प्राथमिकता सूची में से कॉलेज सीट का आवंटन सर्वप्रथम ओपन रैंक के आधार पर किया गया है। ओपन से सीट नहीं मिलने की स्थिति में उनकी कैटेगरी रैंक के आधार पर सीट का आवंटन किया गया है। विद्यार्थी इस फीस को डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग एवं एसबीआई चालान से जमा कर सकता है, जोकि सामान्य, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी कैटेगिरी के लिए 40 हजार, एससी-एसटी एवं शारीरिक विकलांग के लिए 20 हजार रुपए रखी गई है। स्टूडेंट्स को आई क़्वेरी का 5 जुलाई तक रिस्पॉन्स करना आवश्यक है अन्यथा उनकी मिली सीट निरस्त कर दी जाएगी।
विद्यार्थी को सीट असेपट में फीस जमा करनी होगी
करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने कहा कि आॅनलाइन रिपोर्टिंग के दौरान विद्यार्थियों को सर्वप्रथम अपनी इनिशियल सीट अलॉटमेंट इन्फॉर्मेशन स्लीप डाउनलोड करनी होगी। इसके बाद विद्यार्थियों को आगे की काउंसलिंग में जाने के लिए काउंसलिंग विकल्प फ्रीज, फ्लोट व स्लाइड चुनना होगा। काउंसिलिंग विकल्प चुनकर विद्यार्थियों को आवश्यक दस्तावेजों 10वीं, 12वीं की मार्कशीट, कक्षा 12वीं का प्रमाण पत्र, कैटेगरी संबंधित दस्तावेज, मेडिकल सर्टिफिकेट,कैंसिल चेक एवं जेईई मेन या एडवांस्ड के एडमिट कार्ड जैसे दस्तावेजों को स्कैन कर अपलोड करनी होगी। लास्ट में विद्यार्थी को सीट असेपट में फीस जमा करनी होगी।
स्टेट ऑफ एलिजिबिलिटी प्रूफ में देनी होगी 12वीं की मार्कशीट
ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने जोसा काउंसलिंग में एनआईटी कॉलेजों के विकल्प भरे हैं, उन्हें स्टेट आॅफ एलिजिबिलिटी प्रूफ के तौर पर 12वीं बोर्ड का पास सर्टिफिकेट या मार्कशीट स्कैन कर अपलोड करनी होगी। केवल आईआईटी की कॉलेज चॉइस भरने वाले विद्यार्थियों को स्टेट आॅफ एलिजिबिलिटी प्रूफ देने की आवश्यकता नहीं है। जिन विद्यार्थियों को प्रथम राउंड में कॉलेज का आवंटन नहीं हुआ है। उन्हें आॅनलाइन रिपोर्टिंग व सीट असेपटेंस फीस जमा करने की आवश्यकता नहीं हैं। उन्हें आगे की काउंसलिंग का इंतजार करना होगा।