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चूरू। चूरू महिला सुरक्षा और सलाह केंद्र ने पति-पत्नी को समझाइश कर फिर से एक साथ रहने के लिए तैयार कर टूटता हुआ घर फिर बसाया। शहर के वार्ड 17 की एक विवाहिता का पति दहेज की मांग पूरी नहीं हुई तो पत्नी को बिना तलाक दिए दूसरी शादी करना चाहता था। मगर जब यह मामला महिला थाने में संचालित महिला सुरक्षा और सलाह केंद्र के समक्ष पहुंचा तो उन्होंने काउंसलिंग कर एक टूटते परिवार को फिर से बसाया है।
महिला थाने में हुई काउंसलिंग के दौरान पति-पत्नी को आपसी सुलह और राजीनामे से समझाइश की गई। इसके बाद पति अपनी पत्नी के साथ रहने को राजी हुआ। महिला थाने के हेड कॉन्स्टेबल भागीरथ सिंह ने बताया कि चूरू के वार्ड 17 हाल निवासी गाजसर की आसमीन ने महिला थाने में परिवाद दिया था, जिसमें बताया कि उसकी शादी 12 साल पहले मुकुंदगढ़ निवासी अकरम के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही उसके ससुराल वाले दहेज के लिए उसे परेशान करते हैं। उससे दहेज में बाइक और 50 हजार रुपए पीहर से मंगवाने का दबाव बनाने लगे। मांग पूरी न करने पर उसके साथ मारपीट की जाने लगी। मारपीट का यह सिलसिला लगातार जारी रहा। अब उसे दहेज के लिए मारपीट कर घर से निकाल दिया गया।
विवाहिता ने परिवाद में बताया कि उसका पति बिना तलाक दिए दूसरी शादी कर रहा है। पति उसे जान से मारने की धमकी देकर गया है कि अगर ससुराल आएगी तो उसे जान से मार देंगे। महिला थाने में परिवाद आने के बाद मामला महिला सुरक्षा और सलाह केंद्र के समक्ष काउंसलिंग के लिए भिजवाया गया। इसके बाद दोनों पक्षों की काउंसलिंग करवाई गई। अंतिम काउंसलिंग में पति-पत्नी को महिला सुरक्षा और सलाह केंद्र से ही साथ-साथ रवाना किया गया।
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