राजस्थान

उद्यान विभाग द्वारा दो दिवसीय सेमीनार का आयोजन

Tara Tandi
8 Aug 2023 1:55 PM GMT
उद्यान विभाग द्वारा दो दिवसीय सेमीनार का आयोजन
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उद्यान विभाग द्वारा राष्ट्रीय मधुमक्खी एवं शहद मिशन अन्तर्गत व्यापार मण्डल, नई धानमण्डी, श्रीगंगानगर के सभागार में दो दिवसीय जिला स्तरीय वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन विषय पर आयोजित किया गया। जिसमें लगभग 275 कृषकों ने भाग लिया। सेमीनार के दुसरे दिन कार्यक्रम के प्रारम्भ में संयुक्त निदेशक उद्यान, खण्ड श्रीगंगानगर श्री प्रदीप शर्मा, एवं उप निदेशक उद्यान, श्रीगंगानगर श्रीमती प्रीति गर्ग ने सेमीनार में उपस्थित कृषकों का स्वागत करते हुये कहा कि वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन कर किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं। खेती के साथ-साथ मधुमक्खी पालन का व्यवसाय किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। उद्यान विभाग द्वारा मधुमक्खी पालन बॉक्स एवं कॉलोनी पर 40 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। इच्छुक कृषक ई-मित्रा पर अपनी पत्रावली ऑनलाईन करवा सकते हैं।
श्री सुदेश कुमार, कृषि अधिकारी कार्यालय उप निदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक (आत्मा) श्रीगानगर मे कृषको को सम्बोधित करते हुये शहद उत्पादन हेतु क्षेत्र में माह जनवरी से माह दिसम्बर तक बोई जाने वाली कृषि व बागवानी फसले जो कि मधुमक्खी पालन के लिए उत्तम मानी जाती है के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
डॉ. हरजिन्द्र सिंह, सहायक आचार्य (कीट विज्ञान), कृषि विज्ञान केन्द्र, पदमपुर ने ऑन-लाईन विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उपस्थित कृषकों को मधुमक्खी की विभिन्न प्रजातियों एवं उनके जीवनचक्र तथा उनके इतिहास के बारे में जानकारी दी।
श्री नरेन्द्र कुमार, कृषि अनुसंधान अधिकारी (कीट विज्ञान), कार्यालय एटीसी, श्रीकरणपुर ने मधुमक्खी के दश एवं कार्यप्रणाली के बारे में पॉवर प्वाईंट प्रोजेक्ट के माध्यम से विस्तार से कृषकों को बताया तथा कृषकों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का उदाहरण सहित संतोषजनक जवाब दिया।
श्री सुशील कुमार शर्मा, सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) श्रीगंगानगर ने कृषि विभाग द्वारा कृषकों को देय सुविधाओं के बारे में विस्तारपूर्वक अवगत करवाया।
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद नैण, कृषि अधिकारी उद्यान, श्रीगंगानगर ने मधुमक्खी पालन के दौरान आने वाली विभिन्न समस्याओं और उनके समाधान की चर्चा करते हुये मधुमक्खी पालन के आर्थिक पक्ष की महता का उल्लेख किया व मधुमक्खी पालन की विभिन्न प्रजातियों, उनके महत्व एवं रख-रखाव इत्यादि के बारे में बताया।
श्री सतनाम सिंह, प्रबन्धक यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया ने सेमीनार में उपस्थित कृषकों को मधुमक्खी पालन हेतु दी जाने वाली ऋण सुविधा के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
प्रगतिशील मधुमक्खी पालक श्री बलकरण सिंह, हाकमाबाद तहसील सादुलशहर ने मधुमक्खी पालन से संबंधित समस्त व्यवहारिक बातों को मधुमक्खी पालन के बक्से दिखाते हुये काम में आने वाले सभी उपकरणों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला तथा अन्य तकनीकी जानकारी दी। उद्यान विभाग द्वारा प्रगतिशील मधुमक्खी पालक श्री बलकरण सिंह, हाकमाबाद एवं श्री राकेश थोरी, लालगढ़ तहसील सादुलशहरए श्री प्रेमदीप सहारण, पी.के.एफ. डी कम्पनी लिमिटेड (एफपीओ) 16 बीएनडब्ल्यू, स्यागांवाली, श्रीगंगानगर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमित बेनीवाल, मेहराना, भादरा व श्री विक्रम कुमार, श्रीगंगानगर को उद्यान विभाग द्वारा कृषकों को मधुमक्खी पालन की महत्वपूर्ण जानकारियाँ देने पर समृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
सेमीनार में उपस्थित कृषकों से प्रशनोतरी प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें भाग लेने वाले कृषकों में से श्री सुनील कुमार, रावतसर, श्री राकेश मेहरा मधुमक्खी पालक, श्री विश्वजीत सिंह, 20 एच श्रीकरणपुर, पूनम श्री जयनारायण भादू, मन्नीवाली सादुलशहर, श्री दिनेश कुमार, रायांवाली, दीपिका शर्मा, श्रीगंगानगर, गुरमीत कौर, मलकाना कला, श्रीकरणपुर, श्री बलविन्द्र सिंह, मानेवाला, श्री सुनील कुमार 3 एएम विजेता रहे।
श्री अभिमन्यू गोदारा, कृषि अधिकारी उद्यान द्वितीय एवं श्री हीरालाल, सहायक कृषि अधिकारी उद्यान श्री टिकूराम, श्री सत्यपाल सहारण, श्री नरेश कुमार अरोड़ा, श्री पूर्ण सिंह मान, श्री विनोद पूनियां, कु सुमित्रा एवं श्री प्रेम, कृषि पर्यवेक्षक उद्यान ने कार्यक्रम के सफल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका रही।
अत मे श्रीमती प्रीति गर्ग, उप निदेशक उद्यान, श्रीगंगानगर द्वारा बैठक में उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों व कृषकों का धन्यवाद ज्ञापित कर दो दिवसीय सेमीनार का समापन किया।
इस सेमीनार की प्रभारी अधिकारी डॉ. सुचित्रा कुमारी, डॉ राजेन्द्र प्रसाद नैण, कृषि अधिकारी उद्यान श्रीगंगानगर एवं श्री हरीश चन्द्र शर्मा ने संयुक्त रूप से सफल मंच संचालन किया। (फोटो सहित)
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