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उद्यान विभाग द्वारा दो दिवसीय सेमीनार का आयोजनउद्यान विभाग द्वारा राष्ट्रीय मधुमक्खी एवं शहद मिशन अन्तर्गत को व्यापार मण्डल, नई धानमण्डी, श्रीगंगानगर के सभागार में दो दिवसीय जिला स्तरीय वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन विषय पर सोमवार को आयोजित किया गया। सेमीनार के प्रथम दिन सरस्वती वन्दना कर दीप प्रज्वलित किया गया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में संयुक्त निदेशक उद्यान, खण्ड श्रीगंगानगर श्री प्रदीप शर्मा एवं उप निदेषक उद्यान, श्रीगंगानगर श्रीमती प्रीति गर्ग ने सेमीनार में उपस्थित कृषकों का स्वागत करते हुये कहा कि वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन कर किसान अच्छा लाभ कमा सकते हैं। खेती के साथ-साथ मधुमक्खी पालन का व्यवसाय किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। उद्यान विभाग द्वारा मधुमक्खी पालन बॉक्स एवं कॉलोनी पर 40 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। इच्छुक कृषक ई-मित्रा पर अपनी पत्रावली ऑनलाईन करवा सकते हैं।
अतिरिक्त निदेशक कृषि (विस्तार), खण्ड श्रीगंगानगर श्री एल.एन. बैरवा, ने कृषकां को सम्बोधित करते हुये बताया कि शहद एक पूर्ण आहार है, जिसकी सम्पूर्ण भारत में मांग है। कृषक पूर्ण रूचि लेकर मधुमक्खी पालन का व्यवसाय को अपनायें।
संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) डॉ. जी.आर. मटोरिया श्रीगंगानगर ने कहा कि मक्खियों से शहद के अलावा अन्य सह-उत्पाद जैसे-मोम, पोलन, रॉयल, जैली भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा जिस फसल के पास मधुमक्खी बक्से रखे जाएं उस फसल का उत्पादन लगभग 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। किसानों को प्रशिक्षण प्राप्त कर मधुमक्खी का व्यवसाय भी प्राथमिकता से करना चाहिए ताकि अतिरिक्त आय प्राप्त करके किसान अपने जीवन में खुशहाली प्राप्त कर सकता है।
कृषि अधिकारी उद्यान डॉ. राजेन्द्र प्रसाद नैण ने उद्यान विभाग द्वारा देय सुविधाओं जिनमें ग्रीनहाउस, पॉलीहाउस, सामुदायिक जल स्त्रोत निर्माण, प्लास्टिकमल्च, लॉ-टनल, मधुमक्खी पालन, राजस्थान सूक्ष्म सिंचाई योजना आदि के बारे में विस्तार से बताया।
प्रगतिशील मधुमक्खी पालक श्री बलकरण सिंह, हाकमाबाद एवं श्री राकेष थोरी, लालगढ़ तहसील सादुलशहर ने मधु मक्खीपालन से संबंधित समस्त व्यवहारिक बातों के बारे में जानकारी दी। मधुमक्खी पालन प्रबन्धन, लगने वाली बीमारियांॅ, कीट व पक्षियों से खतरा, उनका नियंत्रण, शहद का विपणन, एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने आदि के बारे में विस्तार से कृषकों को जानकारी दी। श्री प्रेमदीप सहारण, पी.के.एफ.डी. कम्पनी लिमिटेड (एफपीओ), 16 बीएनडब्ल्यू, स्यागांवाली, श्रीगंगानगर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कम्पनी का पूर्ण परिचय देते हुये बताया कि कृषक उत्पाद संगठन (एफपीओ) शहद व सह-उत्पादकों को बढ़ावा देने के लिए कृषकों के हित में कार्य करता है। कृषक हमारी कम्पनी (एफपीओ) के शेयर होल्डर बनकर अपने शहद व अन्य सह-उत्पाद का अधिक दाम प्राप्त कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। श्री अमित सहारण, मेहराना, भादरा ने अपने उत्पाद के बारे में विस्तृत जानकारी दी। श्री अमित सहारण स्वयं एक किसान है, जिसका शहद 450 से 900 रूपये प्रति किलो तक बिकता है। सेमीनार प्रभारी अधिकारी डॉ. सुचित्रा कृषि ने कृषकों का आभार व्यक्त किया। (फोटो सहित)
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Tara Tandi
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