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सीकर। सीकर सड़क किनारे 10 फीट गहरे गड्ढे में डेढ़ साल की बच्ची मिली। युवती के गले में रस्सी बंधी हुई थी। आशंका है कि युवती को छोड़ कर जान से मारने की कोशिश भी की गई। मामला मंगलवार को सीकर जिले के खंडेला का है। रोने की आवाज सुनकर जयपुर से आ रहे बुजुर्ग व मां-बेटे ने बच्ची को संभाला। बच्चे को बाहर निकालने का वीडियो भी सामने आया है। युवती का उदयपुरवाटी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी दाहिनी आंख में ट्यूमर है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि लड़की को उसके घर वालों ने फेंका था या किसी और ने फेंका था। बुजुर्ग कुलदारम ने बताया कि मंगलवार दोपहर वह सेवली सुखपुरा रोड से गुजर रहा था। इस दौरान एक छोटे बच्चे के रोने की आवाज आई। इधर-उधर देखा तो सड़क के किनारे गहरे गड्ढे में प्लास्टिक की थैली पड़ी हुई दिखी। उसके रोने की आवाज आई तो उसने सड़क से गुजर रहे वाहनों को रोकने का प्रयास किया।
वृद्ध के रुकने पर कार से जयपुर से खेतड़ी जा रही महिला कमलेश देवी व उसका पुत्र भास्कर रुक गए। वृद्ध की बातें सुनकर महिला ने अपने पुत्र कमलेश को गड्ढे में डाल दिया। बेटा प्लास्टिक की थैली निकाल लाया। महिला कमलेश देवी ने बताया कि वह जयपुर के सांगानेर में रहती है। उसके खेत में पाई है। वह मंगलवार को बेटे भास्कर के साथ पीहर जा रही थी। सेवली सुखपुरा मार्ग पर वृद्ध ने उसे रोक लिया। वृद्ध की बातें सुनकर उसने अपने पुत्र कमलेश को गड्ढे में डाल दिया। बेटा प्लास्टिक की थैली निकाल लाया।
जब मैंने बैग खोला तो मैं हैरान रह गया। बैग में एक बच्ची रोती हुई मिली। बैग खोलते समय तीनों में डर था कि पता नहीं क्या निकलेगा। बच्ची को जब बैग से बाहर निकाला गया तो उसके गले में रस्सी से चार गांठ बंधी हुई थी। महिला ने रस्सी काटी, बच्चे को साफ किया और कंबल में लपेट दिया। इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई। इस दौरान मौके पर भीड़ लग गई। पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को इलाज के लिए उदयपुरवाटी ले गई। वहां से उन्हें वापस खंडेला अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। बच्ची को जयपुर के पालक गृह भेजा जाएगा। उदयपुरवती पीएचसी की डॉ भवानी सैनी ने बताया कि बच्ची की दाहिनी आंख में ट्यूमर है. फिलहाल पुलिस बच्ची के परिजनों की तलाश कर रही है.
Admin4
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