मीटरगेज को हेरिटेज संरक्षण: फूलाद से कामलीघाट तक चलेगी रेल कार
अजमेर: राजस्थान आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक इस गर्मी के मौसम में मारवाड़-मावली मीटरगेज रेलवे लाइन पर फूलाद से कामलीघाट तक रेल कार में सैर कर सकेंगे। साथ ही विस्टाडोम कोच में बैठकर प्राकृतिक सौन्दर्य को निहार सकेंगे।
रेलवे की ओर से मारवाड़ से मावली रेलखण्ड को बॉडग्रेज में परिवर्तित किया जा रहा है। इस पुरानी मीटरगेज लाइन पर फूलाद से कामलीघाट तक का ट्रैक शिमला-कालका रेललाइन और दार्जिलिंग रेललाइन की तरह काफी चढ़ाई और घुमाव वाला है। साथ ही यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य अभिभूत करने वाला है। हर साल हजारों लोग यहां चलने वाली ट्रेन में सफर कर इस घुमावदार रेलवे ट्रैक, सुरंगोें, पहाड़ियों, झरनों आदि का लुत्फ उठाते हैं। खासकर बारिश के दिनों में यहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है। यहां के नजारे हर किसी को सम्मोहित कर लेते हैं। ऐसे में रेलवे ने इस सेक्शन को हैरिटेज लाइन बनाने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत फूलाद से कामलीघाट तक के 29 किलोमीटर रेल लाइन के सेक्शन को मीटरगेज का ही रखा जाएगा। इस सेक्शन को मीटरगेज रखने के साथ ही हैरिटेज के रूप में संरक्षित किया जाएगा। इस सेक्शन में यात्री रेल कार में सफर कर सकेंगे। रेलवे इस रूट पर विस्टाडोम कोच लाने की तैयारी कर रही है। इसमें यात्री सफर के दौरान प्राकृतिक सौन्दर्य को निहारने के साथ ही फोटोग्राफी का आनंद भी ले सकेंगे।
ब्रॉडगेज लाइन बाईपास गुजरेगी: आमान परिवर्तन के दौरान फूलाद व कामलीघाट के बीच मीटरगेज लाइन को यथावत रखा जाएगा, जबकि मारवाड़ व मावली की तरफ से आने वाली ब्रॉडगेज लाइन को फूलाद व कामलीघाट से बाईपास कर जोड़ा जाएगा। ऐसे में मावली-मारवाड़ के बीच ब्रॉडगेज लाइन पर सामान्य ट्रेनें दौड़ेंगी, जबकि फूलाद से कामलीघाट के बीच मीटरगेज लाइन पर रेल कार चलेगी।
पुराने सिग्नल आदि यथावत रखेंगे: अजमेर मण्डल रेल प्रबंधक राजीव धनखड़ ने बताया कि रेलवे की ओर से इस सैक्शन को हैरिटेज लाइन के रूप में संरक्षित करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत फूलाद से कामलीघाट तक रेल कार चलाने की तैयारी है। इस लाइन पर किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। यहां पुराने सिग्नल, स्टेशन, रेलवे क्वाटर, प्लेटफार्म रहेंगे।
अजमेर मण्डल की ओर से एक प्रस्ताव रेलवे बोर्ड भेजा जाएगा, जिसमें इस हैरिटेज लाइन पर रेल कार चलाने की शक्तियां मण्डल प्रशासन को दिए जाने का अनुरोध किया जाएगा। ऐसा होने पर कोई भी ग्रुप अपने सहूलियत के अनुसार अपना प्रोग्राम बनाकर रेल कार बुक कर सकेंगे। रेलवे उनके कार्यक्रम के अनुसार रेल कार चलाएगी।
-राजीव धनखड़, डीआरएम अजमेर