जयपुर सहित कई जिलों में भारी बारिश से जनजीवन हुआ प्रभावित
राजस्थान न्यूज़: राजधानी जयपुर समेत कोटा और जोधपुर संभाग के जिलो में भारी और अति भारी बारिश हो रही है। इन जिलों में नदी-नाले उफान पर है। बीसलपुर बांध और चंबल नदी में जमकर पानी की अवाक हुई है। धौलपुर स्थित चंबल नदी का पानी खतरे के निशान तक पहुंच गया है। मौसम विभाग केंद्र जयपुर ने आज प्रदेश के 18 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में एक सप्ताह तक बारिश को दौर रहेगा। इससे प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश की संभावना जताई है। राजधानी जयपुर में बुधवार से बारिश को दौर जारी है। जयपुर शहर में बुधवार को छितराई बारिश हुई। कल भी आधे शहर में पौन घंटे तक तेज बारिश हुई। शाम को सिविल लाइंस, बरकत नगर, महेश नगर, मानसरोवर, गोपालपुरा, वैशाली नगर सहित आस-पास के इलाकों में तेज बारिश हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी का प्रवाह इतना तेज था कि नालों से निकासी ही नहीं हो पाई। पानी घरों में भर गया। लोगों का कहना है कि अचानक इतनी तेज बारिश हुई, मानो बादल फट गया हो। इससे पहले बुधवार तड़के चार बजे भी अच्छी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में शहर में 60.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
माउंट आबू में झमाझम बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में 134 मिमी बारिश दर्ज की गई। माउंट आबू-आबूरोड मार्ग से लेकर गुरुशिखर तक सडक के दोनों ओर जगह-जगह पहाडियों से झरने बहने लगे। तेज बारिश में माउंट आबू के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। माउंट आबू का मुख्य जल स्तोत्र कोदरा बांध लबालब हो गया। 59 फीट की भराव क्षमता वाला लोअर कोदरा बांध ओवरफ्लो होने के बाद अपर कोदरा बांध महज 4 फिट खाली रहा। अच्छी बारिश के बाद देशभर से पर्यटक माउंट आबू का रुख कर रहे हैं। राजस्थान में मानसून इस बार झूमकर बरस रहा है। जुलाई माह में राजस्थान में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। बीते 66 साल में राजस्थान में पहली बार जुलाई में इतनी बारिश हुई है। राजस्थान के दो जिलों को छोड़कर शेष 31 जिलों में जुलाई में बारिश ने नये रिकॉर्ड कायम किए है। श्रीगंगागनर जिले में तो जुलाई माह में पूरे सीजन जितनी बारिश हो चुकी है। राजस्थान में भारी बारिश के कारण जोधपुर, हनुमानगढ़ और कोटा में एक-एक बार बाढ़ के हालात बन चुके हैं।