टोंक जिले में अच्छी बारिश से जहां रबी की फसल के लिए पर्याप्त पानी आ जाने से खुशी का माहौल है. वहीं जिले में कई जगह सड़कें टूट जाने से यातायात बाधित होने की स्थिति भी लोगों को बेहाल कर रही है. लेकिन स्थानीय निकाय और पंचायती राज की संस्थाएं अभी तक इस पर गंभीरता से काम नहीं कर पाई हैं. लेकिन लोक निर्माण विभाग ने इसकी टूटी सड़कों का आकलन कर कलेक्टर को इसकी जानकारी दी है. लोक निर्माण विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उनियारा, देवली, निवाई, पीपलू, टोंक, मालपुरा और टोडा में करीब 439.94 किलोमीटर लंबी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. जहां पैचवर्क करना है। हर जगह ऐसी सड़कों की संख्या 176 है।
इनके मरम्मत कार्य के लिए 274.36 लाख रुपये की आवश्यकता बताई गई है। एक अनुमान के मुताबिक नगर निगम क्षेत्रों में भी बारिश के कारण लगभग इतनी ही सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. कुछ ऐसा ही हाल पंचायत राज इलाकों में भी बताया जा रहा है. यानी सड़क मरम्मत कार्य के लिए कुल करीब पांच से 10 करोड़ रुपये की जरूरत है. यह राशि मिलने पर सितंबर के बाद रोड पैचवर्क का काम शुरू किया जा सकता है। अपर मुख्य अभियंता आरएस बैरवा ने बताया कि बारिश के कारण टूटी सड़कों के प्रस्ताव तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दिए गए हैं. नगर परिषद क्षेत्र में कई जगह बारिश व सीवरेज कार्य के चलते सड़कें लंबे समय से टूट चुकी हैं। बड़ा कुआ से बस स्टैंड के रास्ते में कई जगह सड़कें टूट जाने से कई जगह दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. लेकिन लंबे समय से इसकी सुध नहीं ली जा रही है। धननतालाई के सामने कांटे के पास बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। लेकिन आश्वासन के अलावा अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। ऐसी ही स्थिति कई अन्य जगहों पर भी है।