राजस्थान

सरकारी अस्पताल में स्टाफ की भारी लापरवाही, परिजनों ने बच्चा बदलने का लगाया आरोप

Rani Sahu
16 Nov 2022 10:30 AM GMT
सरकारी अस्पताल में स्टाफ की भारी लापरवाही, परिजनों ने बच्चा बदलने का लगाया आरोप
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संवाददाता- प्रहलाद तेली,
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले का सबसे बड़ा महात्मा गांधी चिकित्सालय एक बार फिर विवादों में है, वजह है स्टाफ की बड़ी लापरवाही। परिजनों का आरोप है कि उनके घर में बेटा पैदा हुआ था लेकिन स्टाफ ने लापरवाही करते हुए उन्हें बेटी थमा दी इसके बाद वहां हंगामा खड़ा हो गया और मौके पर पुलिस को पहुंचकर समझाइश करनी पड़ी।
जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा के उपनगरपुर में रहने वाले दिनेश विश्नोई की पत्नी टीना विश्नोई ने आज जिले के सबसे बड़े महात्मा गांधी चिकित्सालय के शिशु इकाई में बेटे को जन्म दिया। स्टाफ में चार बार टीना का नाम पुकारा और कहा कि वह अपने बेटे को आकर ले जाएं 2 घंटे बाद स्टाफ ने कहा की टीना को बेटा नहीं बेटी हुई है। यह कहते हुए बेटी थमा गए। इस बात से नाराज परिजनों ने हॉस्पिटल में हंगामा खड़ा कर दिया।
आक्रोशित परिजनों का कहना था कि हॉस्पिटल स्टाफ ने पहले 4 बार बेटा होने की आवाज लगाई और बेटा ले जाने की बात कही, लेकिन 2 घंटे बाद वह लोग खुद की गलती को छुपाते हुए परिजनों की गलती बता कर पल्ला झाड़ने लगे, फिलहाल इस मामले को लेकर हॉस्पिटल में गहमा गहमी का माहौल बना हुआ है। परिजन DNA टेस्ट की मांग कर रहे तो वहीं हंगामे की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी है।
गौरतलब है कि बीते दिनो भीलवाड़ा के सबसे बड़े महात्मा गांधी चिकित्सालय की इसी शिशु इकाई के एनआईसीयू वार्ड में वार्मिंग मशीन में ओवर हिटिंग से दो बच्चों की मौत हो गई थी। स्टाफ की लापरवाही के कारण चिकित्सा प्रबंधन को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब एक बार फिर बेटे और बेटी के फेर में फंसे नर्सिंग स्टाफ के कारण महात्मा गांधी चिकित्सालय के प्रबंधन की किरकिरी हो रही है, लेकिन ऐसे लापरवाह स्टाफ के खिलाफ कोई सख्त कार्यवाही अमल में नही लाई जा रही है, जिसके कारण इनके हौसले बुलंद होते जा रहे है। इस मामले में भी फ़िलहाल दस्तावेजों की जांच कर मामले को निपटाने का प्रयास किया जा रहा है।
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