गुर्जर समाज ने भारत जोड़ो यात्रा के विरोध करने के लिए आगामी रणनीति को लेकर की चर्चा
बहरावंडा खुर्द: गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला खंडार क्षेत्र के दौरे पर रहे और समाज के पंच पटेलों सहित गुर्जर नेताओं के साथ खंडार कस्बे स्थित देवनारायण भगवान मंदिर में राहुल गांधी की 4 दिसंबर को सवाई माधोपुर में प्रस्तावित भारत जोड़ो यात्रा के विरोध करने के लिए आगामी रणनीति को लेकर समाज के लोगों से चर्चा की। विजय बैंसला ने समाज की मीटिंग में कहा कि राजस्थान सरकार गुर्जरों के साथ किये समझौते को लेकर दगाबाजी कर रहीं हैं अगर सरकार ने वर्ष 2019 और 2020 के आंदोलन के दौरान आंदोलन संबंधी हुए समझौते को तत्त्काल लागू नहीं किया तो आगामी 4 दिसंबर को सवाई माधोपुर पहुँच रहीं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का विरोध करेंगे जिसकी तैयारी गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने भारत जोड़ो यात्रा रूट का मुआयना करके पूरी कर ली है।
यात्रा के विरोध में भारत जोड़ो यात्रा के प्रस्तावित रूट पर गुर्जर समाज बैठकर विरोध प्रदर्शन करेगा। बैंसला ने कहा कि सरकार को समझौते के बारे में 12 दिन पहले ही अवगत करवा दिया पर सरकार की तरफ से हमारी मांगों पर कोई जवाब नही मिला। वहीं सरकार राहुल गांधी की यात्रा व्यवस्था बनाने में लगी हुई हैं ऐसे में गुर्जर समाज से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी समझौते की मांग पूरी करने के लिए यात्रा का विरोध करने के लिए खंडार क्षेत्र में निवास करने वाले सभी गुर्जर सरदार अपने घरों से एक एक सदस्य विरोध प्रदर्शन करने के लिए पहुँचे।गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति अध्यक्ष विजय बैंसला शुक्रवार को झालावाड़ से कोटा होते हुए सबसे पहले रवांजना चोड़ पहुँचे। इसके बाद सवाई माधोपुर पहुँचकर गुर्जर महासभा जिला अध्यक्ष बनवारी सिंह अवाना के निजी आवास पर पहुँचे। जहां जिले के गुर्जर नेताओ के साथ 4 दिसंबर को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के विरोध करने को लेकर चर्चा की।
इसके बाद विजय बैसला खंडार स्थित देवनारायण भगवान पर बुलाई गई समाज की मीटिंग के लिए रवाना हुए। जहां कुशालीदर्रा स्थित गुर्जर शहीद स्मारक पर गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान शहीद हुए समाज के सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की और खंडार में पहुँचकर समाज के लोगों के यात्रा के विरोध प्रदर्शन की रणनीति समाज के बीच रखी। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने जल्द समझौते पर अपनी सहमति देते हुए समझौता लागू नही किया तो गुर्जर समाज किसी भी हद तक जा सकता है जिसकी सरकार कल्पना भी नही कर सकती। विजय बैंसला के जनसंपर्क के दौरान उनके साथ गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष भूरा भगत, महावीर गुर्जर, संघर्ष समिति के सदस्य वीरेंद्र सिंह धाबाई, खिरनी सरपंच रूपसिंह डोई, संघर्ष समिति के सदस्य अतर सिंह एडवोकेट, जतन खेतड़ी, देवेंद्र भिवाड़ी, हनुमान उदयपुरवाटी, वेदप्रकाश करोली, चुन्नीलाल गुर्जर, गिराज गुर्जर, शंकर गुर्जर आदि मौजूद रहें।