भाजपा बोर्ड वाले निकायों के साथ सरकार कर रही है दोहरा व्यवहार: अरूण चतुर्वेदी
जयपुर न्यूज़: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने प्रदेश के शहरों में तेजी से बेतरतीब तरीके से बढ़ रही वैंडर्स की संख्या को लेकर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि सरकार को इन थड़ी ठेला संचालकों की नागरिकता की जांच करानी चाहिए। यह ठेले वाले रोहिंग्या और बांग्लादेशी है। भाजपा मुख्यालय पर प्रेसवार्ता में चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के जिन निकायों में भाजपा के बोर्ड हैं। उन निकायों के साथ सरकार दोहरा व्यवहार कर रही है। उन निकायों को राज्य सरकार की ओर से कोई आर्थिक मदद नहीं दी जा रही है। केंद्र सरकार से आने वाला पैसा ही उन्हें मिल पा रहा है। सरकार ने 4 साल में शहरी सरकारों की अनदेखी की है । शहरों में भी पार्षदों की बजाय कांग्रेस के हारे हुए विधायकों की सिफारिश पर काम करवाए जा रहे हैं।
चतुर्वेदी भाजपा प्रदेश मुख्यालय में जनाक्रोश यात्रा की प्रेस वार्ता में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने निकायों को पंगू बना दिया है। डीएलबी और मंत्री निकायों को चला रहे है। निकायों को पैसा नही मिलता है, भाजपा बोर्ड वाले निकायों की स्थिति खराब है। कोटा में दूसरी निकायों के हिस्से का पैसा भी लगा दिया है। वित्त आयोग की सिफारिश के बाद भी पैसा नही मिला है। हमारी सरकार ने गौरव पथ शुरू किए थे, लेकिन मौजूदा सरकार ने बंद कर दिया। कई निकायों में कमेटियों का गठन नही हुआ। हेरिटेज में मंत्रियों की आपसी लड़ाई के चलते कमेटी नही बनी, जबकि उन्ही की सरकार है। जनप्रतिनिधियों के अधिकार समाप्त कर दिए, कांग्रेस के हारे हुए विधायक की सिफारिश पर काम हो रहे है है। कांग्रेस ने 10 लाख पट्टों की घोषणा की थी, लेकिन जनता में पैसा दो पट्टा लो चल रहा है। अभियान में विधायक चांदी लूट रहे है। हमारे समय में वेंडर्स कमेटी बन चुकी थी, लेकिन वेंडर का पुनर्वास नही हुआ। इनकी नागरिता की भी जांच होनी चाहिए है। 12 हजार मीट की दुकान अवेध चल रही है है। गो सेस के पेटे 25 करोड़ मिला, फिर भी गाये सड़को पर घूम रही है। निकायों की आय के साधन नही है। अवैध होर्डिंग से 500 करोड़ का नुकसान हुआ। एलईडी लाइट बंद है। द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट का लोगो को लाभ मिल था, लेकिन 80 करोड़ नही देने से सीवरेज टैंक बना दिया। हमारी सरकार के प्रोजेक्ट को देरी की है।