राजस्थान

अगस्ता हेलीकाॅप्टर समेत 3 वायुयानों को गहलोत सरकार ने की फिर से बेचने की कवायद, ई-ओपन नोटिस जारी, जानें पूरा मामला

Renuka Sahu
14 Jan 2022 4:09 AM GMT
अगस्ता हेलीकाॅप्टर समेत 3 वायुयानों को गहलोत सरकार ने की फिर से बेचने की कवायद, ई-ओपन नोटिस जारी, जानें पूरा मामला
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फाइल फोटो 

पिछले 10 साल से यूं ही खड़े अगस्ता हेलीकाॅप्टर को बेचने के लिए गहलोत सरकार ने ई-ओपन नोटिस जारी किया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पिछले 10 साल से यूं ही खड़े अगस्ता हेलीकाॅप्टर को बेचने के लिए गहलोत सरकार ने ई-ओपन नोटिस जारी किया है। गहलोत सरकार ने अगस्ता समेत 3 वायुयानों के लिए ई-ओपन नोटिस जारी किया है। अगस्ता के साथ किंग एयर सी-90 ए, किंग एयर बी 200 भी इस ओपनिंग नोटिस में शामिल है। कबाड़ बन चुके अगस्ता हैलीकाॅप्टर को लंबे समय से सरकार बेचने का प्रयास कर रही है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही। इससे पहले भी गहलोत सरकार ओपन नोटिस के जरिए बेचने का प्रयास कर चुकी है। माना जा रहा है कि गहलोत सरकार ने इस बार ग्लोबल टेंडर कम बेस प्राइस के हिसाब से तैयार किया है। इस कारण यह नया नोटिस निकाला गया है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और सीएम गहलोत को हवाई यात्रा कराने वाला अगस्ता हेलीकाॅप्टर अब सफेद हाथी बन गया है। सरकार को अगस्ता के रखरखाव पर खर्चा भी उठाना पड़ रहा है।

न तो गहलोत को पंसद आया औ न ही वसुंधरा को पसंद आया अगस्ता
सीएम अशोक गहलोत अपनी पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान 2011 में इस हेलीकाॅप्टर में सवार होकर जा रहे थे। लेकिन तभी तकनीकी खराबी आ गई। इसके बाद से इस हेलीकाॅप्टर के जरिए वीवीआईपी यात्रा भी बंद कर दी गई थी। सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों के अनुसार 2019 में रिजर्व कीमत 4.5 करोड़ रुपये थी। लेकिन कोई खरीदार नहीं आया। सरकार ने 8 अप्रेल 2021 को नियमों में छूट देते हुए अगस्ता को फिर बेचने की कवायद की थी, लेकिन कोई खरीदार नहीं आया। तब से ही अगस्ता हेलीकाॅप्टर स्टेट हैंगर के नागरिक उड्डयन विभाग में खड़ा हु्आ है। वसुंधरा सरकार ने वर्ष 2005 में अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी से पावर हेलीकाॅप्टर ए-109 को 30 करोड़ रुपये में खरीदा था। नीलामी की शर्तों में संशोधन के बाद भी अगस्ता को खरीदने के लिए कोई तैयार नहीं है। इससे पहले राजे सरकार ने 2016 में हेलीकाॅप्टर को बाई बैक प्रक्रिया से बेचने की कवायद शुरू की थी। लेकिन निजी कंपनियों की ओर से एक ही कंपनी के हित में निविदा शर्तें तय करने के आरोप के बाद इसे रद्द कर दिया गया था।
18 करोड़ में बिक रहा था, अफसरों ने लगा दिया अड़ंगा
दरअसल, ब्यूरोक्रेट्स के अड़ंगे के कारण अगस्ता हेलीकाॅप्टर नहीं बिक पा रहा है। सात साल पहले 18 करोड़ रुपये मिल रहे थे। लेकिन अफसरों के कारण हेलीकाॅप्टर नहीं बिक पाया। इसके बाद 14 करोड़ रुपये की नीलामी रखी गई। फिर 12 करोड़ 40 लाख और इसके बाद 11 करोड़ में हेलीकाॅप्टर बेचने की कोशिश की गई। लेकिन सफलता नहीं मिली। अब रिजर्व कीमत 4.5 करोड़ रखने के बावजूद भी नहीं बिक पा रहा है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और सीएम अशोक गहलोत इस हेलीकाॅप्टर से देश के विभिन्न भागों में यात्रा कर चुके हैं।
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