राजस्थान

'सैनिकों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता का प्रतीक हैं गहलोत सरकार’ - रामसहाय

Tara Tandi
5 Oct 2023 12:48 PM GMT
सैनिकों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता का प्रतीक हैं गहलोत सरकार’ - रामसहाय
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राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष रामसहाय बाजिया ने गुरुवार को जिला सैनिक कल्याण विभाग, बूंदी द्वारा कलक्टर सभागार, बूंदी में आयोजित सैनिक संवाद एवं सम्मान कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के कल्याण से जुड़ी योजनाओं पर चर्चा करते हुए पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
बैठक में श्री बाजिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने हमेशा सैनिक एवं उनके परिजनों का सम्मान किया है। देश की रक्षा करने वाले सैनिक को समाज सम्मान देता है और इसी भावना से सैनिक देश की रक्षा के लिए तत्पर रहता है। बाजिया ने राज्य सरकार द्वारा सैनिकों, सेवानिवृत्त सैनिकों एवं उनके परिजनों के लिए उठाए जा रहे कल्याणकारी कदमों की जानकारी देते हुए कहा कि सैनिकों से संबंधित समस्याओं पर राज्य सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि राजस्थान के सैनिक के फिजिकल कैजुअल्टी में परिवार के एक व्यक्ति को अनुकंपा नौकरी, राजस्थान एक्स सर्विसमैन कॉर्पाेरेशन के माध्यम से 45 प्रतिशत वेतन बढ़ाया है। राज्य सैनिक बोर्ड का भवन बनाने के लिए 20 करोड़ और 4000 वर्ग गज जमीन कालवाड़ रोड पर, सेकंड वर्ल्ड वार की वीर नारियों को पेंशन चार हजार से बढ़ाकर दस हजार महिना तथा इसमें शाहिद हुए सैनिकों के वारिसान को सरकारी नौकरी, सैनिकों के डाटा का डिजिटलीकरण, शहीदों को मिलने वाले पैकेज को 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने जैसे निर्णय मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा सैनिकों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट के बाद सैनिकों की बहुत सारी विसंगतियां थीं, जिन्हें दूर किया गया है। पूर्व में किसी भी एग्जाम में 2 साल तक का टाइम रहता था, उसे 5 साल किया गया है। सरकारी नौकरियों में पूर्व सैनिकों के लिए 40 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य था, उसे 35 प्रतिशत कर दिया गया। इसे और भी कम करते हुए पर्याप्त संख्या में पूर्व सैनिक नहीं मिलने पर 30 प्रतिशत तक लाया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हम सभी का कर्तव्य है कि देश की रक्षा करने वाले सैनिकों तथा उनके परिवारजनों का सम्मान एवं उनकी समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से करना चाहिए। बैठक से पूर्व जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल (से.नि.) एस के पंजाबी एवं गौरव सेनानियों ने साफा एवं पुष्पहार से बाजिया का मान-सम्मान किया। इस दौरान उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों की समस्याएं जानी और उनके समाधान का भरोसा दिलया।
बैठक में जिला सैनिक कल्याण कार्यालय कोटा के कर्नल एसके पंजाबी, सूबेदार कैलाश, लेफि. बलदेव सिंह, शोराज सिंह, कैप्टन शोजीलाल मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ओपी सामर, बसंतीलाल, रघुनंदन पालीवाल, के.सी.वर्मा, एडवोकेट नवेद केसर लखपति, पुलिस उपअधीक्षक नरेन्द्र पारीक, दिलीप, एनामुल हक आदि मौजूद रहे।
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