पायलट के खिलाफ गहलोत खेमे के मंत्रियों के बदले सुर, कौन होगा राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री
जयपुर न्यूज़: राजस्थान का अगला सीएम कौन होगा ? आज प्रदेश की हर गली में यही सवाल गूंज रहा है। सवाल को लेकर सब अपनी – अपनी संभावनाएं भी व्यक्त कर रहे हैं। अगर सभी के मतों को एक बार तराशा जाए तो सीएम पद की दावेदारी में सचिन पायलट को प्रबल दावेदार माना जा रहा है। इधर, जहां पायलट समर्थक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाए जाने का सपना देख रहे है। तो उधर, गहलोत खेमे के मंत्रियों ने पायलट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को पायलट जैसे ही जयपुर वापस लौटे, गहलोत खेमे के मंत्रियों ने नाम लिए बगैर पायलट पर जुबानी हमले तेज कर दिए हैं।
इन मंत्रियों ने नेतृत्व बदलने का किया विरोध: राजस्थान के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि, "राज्य में नेतृत्व परिवर्तन का समय नहीं है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिलकर अनुरोध करेंगे।" वहीं, स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीना ने अशोक गहलोत को श्रेष्ठ मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि, "राज्य में सीएम बदलने की अटकलें मीडिया की उपज है। राजस्थान में कोई बदलाव नहीं हो रहा है।"वहीं, मंत्री सुभाष गर्ग ने कांग्रेस अध्यक्ष के साथ-साथ सीएम पद पर अशोक गहलोत के बने रहने का समर्थन किया है। साथ ही सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा ने भी खुलकर नेतृत्व परिवर्तन नहीं करने की मांग की है। वहीं, गहलोत समर्थक विधायक महेंद्र चौधरी ने दावा किया है कि सीएम गहलोत ही राज्य का बजट पेश करेंगे।
मीडिया से बोले खाचरियावास: मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने जयपुर में मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि, "जिस नेता को राष्ट्रीय नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बना रहा है। जिस पर राजस्थान की जनता भरोसा करती है। उसी नेता और योजनाओं के नाम पर चुनाव होंगे। ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजस्थान के मुख्यमंत्री पद से हटाने की बात सही नहीं होगी।" इस दौरान मंत्री खाचरियावास ने ये भी कहा कि, "जैसे ही अशोक गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे। वैसे ही सोनिया गांधी, राहुल गांधी से राजस्थान के मंत्री विधायक मिलेंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि राजस्थान नेतृत्व परिवर्तन के समर्थन में नहीं है।" गहलोत खेमे के मंत्री सुभाष गर्ग की बात करें तो उन्होंने सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा के ट्वीट पर लिखा कि, "बिल्कुल सही लिखा। मुझे ध्यान है कि नीलम संजीव रेड्डी 1960 से 1963 तक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। तब 20 मार्च 1962 से 20 फरवरी 1964 तक आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।" वहीं, स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने दावा किया है कि अशोक गहलोत ही प्रदेश के मुख्यमंत्री रहेंगे।
परसादी लाल मीणा ने कहा कि "जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएंगे, उसके बाद ही नए सीएम का नाम सामने आएगा। ऐसे में अभी तक सीएम के नाम पर जो चर्चाएं प्रदेश में चल रही है। उनमें कोई दम नहीं है। यदि राजस्थान से कांग्रेस का कोई राष्ट्रीय अध्यक्ष बनता है, तो यह राजस्थान के लिए गर्व की बात होगी। इसके अलावा हाल ही में सीएम पद को लेकर जो नाम सामने आ रहे हैं। ये सब मीडिया की उपज हैं।" माना जा रहा है कि अशोक गहलोत आज रात मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते है। सूत्रों की मानें तो विधायक दल की बैठक में अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में अशोक गहलोत अपने पद से इस्तीफा दे सकते है। इसी के साथ ही नए मुख्यमंत्री चुनने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा सीएम आवास पर आज शाम होने वाली विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि हाल ही में हुई विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट मौजूद नहीं थे। लेकिन, आज होने वाली बैठक में पायलट भी मौजूद रहेंगे। इसके लिए रविवार सुबह सचिन पायलट दिल्ली से जयपुर के लिए रवाना हो चुके है।