राजस्थान

Ganganagar: नशा मुक्त गंगानगर अभियान कार्यशाला नई सोच नई शुरुआत

Tara Tandi
4 Dec 2024 1:45 PM GMT
Ganganagar: नशा मुक्त गंगानगर अभियान कार्यशाला नई सोच नई शुरुआत
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Ganganagar गंगानगर । जिले में नशा मुक्ति के प्रति जनजागरूकता के लिए जिला कलेक्टर डॉ. मंजू और जिला पुलिस अधीक्षक श्री गौरव यादव के निर्देशानुसार ऑपरेशन सीमा के तहत विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी श्रृंखला में बुधवार को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, 2एमएल में नशा मुक्त गंगानगर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं को नशे के विनाशकारी प्रभावों से परिचित कराते हुए एक स्वस्थ, सशक्त और जागरूक समाज की नींव रखना था। कार्यशाला में संबोधन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के ऑपरेशन सीमा सहप्रभारी श्री विक्रम ज्याणी ने किया। उन्होंने सरल और प्रभावशाली शब्दों में विद्यार्थियों को समझाया कि नशा न केवल व्यक्तिगत जीवन को नष्ट करता है, बल्कि परिवार, समाज और राष्ट्र की प्रगति में भी बाधा डालता है। उन्होंने युवाओं को यह संदेश दिया कि नशे की चपेट में आना अपनी क्षमताओं, सपनों और भविष्य का त्याग करना है। एक युवा डॉक्टर से नशेड़ी बन सकता है तो आप तो स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थी हो नशे को ना कहना सीखो अच्छे दोस्तो का चुनाव करो। युवाओं को यह प्रेरणा दी गई कि ‘‘जीवन का असली आनंद नशे में नहीं, बल्कि अपने सपनों को साकार करने में है।’’ बच्चों ने नशा मुक्त समाज की दिशा में काम करने का संकल्प लिया, और उन्हें ई-शपथ प्रमाण पत्र के बारे में भी जानकारी दी गई।
विद्यालय की नशा मुक्ति अभियान प्रभारी अनीता अरोड़ा ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि हर बच्चा अपने परिवार और समाज के लिए उम्मीद की किरण है। नशे से दूर रहकर हम न केवल अपना जीवन बेहतर बनाते हैं, बल्कि अपने आसपास के वातावरण को भी सकारात्मक ऊर्जा से भरते हैं। कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने नशे के दुष्प्रभावों को लेकर खुलकर संवाद किया और यह समझा कि नशे से मुक्त रहकर ही वे अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।
प्रधानाचार्य भारती दुग्गल ने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस विभाग द्वारा नशा मुक्ति के इस अभियान को एक आंदोलन का रूप देने का प्रयास किया जा रहा है। इस कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि नशा एक बीमारी है और इसे जनभागीदारी और सही मार्गदर्शन के माध्यम से समाप्त किया जा सकता है। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकगण, अभिभावक और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। उन्होंने इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमारे बच्चों को आत्मनिर्भर, जिम्मेदार और जागरूक नागरिक बनाने में सहायक सिद्ध होंगे। (फोटो सहित 3 व 4)
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