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अलवर। शहर में नए साल की शुरूआत से ही चोरी नकबजनी की घटनाओं में बेहताशा वृद्धि हुई। पुलिस ने वारदातों पर लगाम लगाने में काफी प्रयास किए, लेकिन हर बार प्रयास नाकाफी साबित हुए है। वहीं आम आदमी में भी यह धारणा बलवती होने लगी है। वहीं, शहर में एक माह में हुई चोरी की घटनाओं ने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। शौक मौज के शौकिन अपराधी सीसीटीवी की तीसरी नजर के सामने खुलेआम बाइक पार कर ऐश कर रहे है। वहीं बदमाश सूने मकानों को अपना निशाना बनाने से नहीं चूक रहे। पिछले 30 दिनों हुई नकबजनी और बाइक चोरी की घटनाओं से मचे हडकंप के बाद पुलिस के कानो पर जूं रेंगी और पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई। नतीजन मंगलवार को नकबजनी गिरोह पुलिस के हत्थे चढ गया और आरोपियों के कब्जे चोरी का माल सहित प्रयोग किए गए वाहन को जब्त किया गया है।
शहर में सूने मकानों को रेकी के बाद निशाना बनाने वाले शातिर चोर गैंग का पुलिस ने आखिरकार भंडाफोड़ कर दिया। अरावली विहार थाना पुलिस और डीएसटी टीम की संयुक्त कार्रवाई में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से बड़ी मात्रा में सोने-चांदी के जेवरात भी बरामद किए गए हैं। एसपी तेजस्विनी गौतम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इसका खुलासा किया। एसपी ने बताया कि पिछले कई दिनों से शहर में नकबजनी वारदातें लगातार बढ़ रही थी। जिसको देखते हुए अरावली विहार थाना पुलिस और डीएसटी की टीम ने कार्रवाई की।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए करौली निवासी आरोपी विकास सुरेंद्र और लोकेंद्र सहित अलवर निवासी विकेश को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से सोने के दो हार, एक सोने की अंगूठी, सोने के कान की झुमकी और एक लैपटॉप में पेन ड्राइव बरामद की है। साथ ही वारदात में काम में ली गई कार भी बरामद की है। एसपी ने बताया कि आरोपी विकेश अन्य आरोपियों को अलवर के सूने मकानों की रेकी की जानकारी देता था। जिसके बाद अन्य गैंग के अन्य साथी सूने मकानों में घुसकर वारदातों को अंजाम देते थे। पुलिस की जांच में आरोपियों के खिलाफ कई आपराधिक मामले सामने आए हैं, जिनको लेकर भी पूछताछ जारी है।
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