राजस्थान

विधानसभा में विशेष संबोधन से लेकर बाबा खाटू श्याम जी के धोक तक

Shreya
14 July 2023 9:00 AM GMT
विधानसभा में विशेष संबोधन से लेकर बाबा खाटू श्याम जी के धोक तक
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राजस्थान: गहलोत सरकार के मौजूदा कार्यकाल का संभवतया आखिरी विधानसभा सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। इस बार के सत्र की ख़ास बात ये है कि इसकी शुरुआत राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के विशेष संबोधन से होगी। विधानसभा के वर्षों पुराने इतिहास में ये पहली बार है जब कोई राष्ट्रपति राज्य विधानसभा सत्र को सम्बोधित करेगा। दिन में विधानसभा, सत्र को करेंगी संबोधित विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी के अनुसार 15वीं राजस्थान विधानसभा के पुनः शुरू हो रहे आठवें सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के विशेष संबोधन से होगी। इससे पहले सुबह 10ः50 बजे राष्ट्रपति के विधानसभा पहुंचने पर प्रोटोकॉल के अनुसार उनकी अगवानी होगी। विधानसभा के लिए यह गौरवशाली और ऐतिहासिक पल होंगे।

दोपहर को 'देव दर्शन', खाटू श्याम जी के दर्शन

राष्ट्रपति मुर्मू का आज देश-दुनिया के लिए आस्था का केंद्र खाटू नगरी भी जाएंगी, जहां वे बाबा खाटू श्याम के दर्शन कर पूजा अर्चना करेंगी और देशवासियों के लिए अमन-चैन की कामना करेंगी। इस दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र भी राष्ट्रपति के साथ रहेंगे। जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति का बाबा खाटू श्याम दर्शन के लिए खाटू नगरी पहुंचने का कार्यक्रम दोपहर 12 बजकर 55 मिनट का है। राष्ट्रपति यहां करीब ढाई घंटे तक रहेंगी और फिर वापस जयपुर लौट आएंगी।

शाम को सम्मेलन, मुख्य वक्ता होंगी राष्ट्रपति

राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ के राजस्थान चैप्टर की ओर से जयपुर के झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित राजस्‍थान इंटरनेशनल सेंटर में आज शाम 6 बजे 'राजस्‍थान विधानसभा के प्रमुख संवैधानिक पद धारकों की लोकतंत्र के सुदृढ़ीकरण में योगदान' विषय पर एक दिवसीय सेमिनार आयोजित की होगी। इसमें भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मुख्‍य वक्‍ता के तौर पर संबोधन रहेगा। इस अवसर पर राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता राजेन्‍द्र राठौड़ भी संबोधित करेंगे। नहीं होगा प्रश्नकाल-शून्यकाल राष्ट्रपति के भाषण के चलते आज की सदन की प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं होंगे। शनिवार और रविवार को अवकाश के कारण अब सोमवार 17 जुलाई को ही सदन की कार्यवाही नियमित रूप से चल सकेगी। राष्ट्रपति का संबोधन सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं रहेगा।

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