राजस्थान

लैपटॉप के जरिए अमेरिका के लोगों से रिफंड के नाम पर ठगी

Admin4
4 July 2023 7:22 AM GMT
लैपटॉप के जरिए अमेरिका के लोगों से रिफंड के नाम पर ठगी
x
जोधपुर। शास्त्रीनगर थाना अंतर्गत साइबर पार्क के पास बिल्डिंग के चौथे तल्ले पर बने कॉल सेंटर से अमेजन की कॉल हैक कर कनाडा और अमेरिका के लोगों से रिफंड के नाम पर ठगी करने के मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। मुख्य सरगना ने कॉल सेंटर में काम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 20-20 हजार डॉलर मासिक इकट्ठा करने का लक्ष्य दिया था। ऐसे में यह रकम करोड़ों रुपये में जाती है। बदले में उन्हें 15-20 हजार रुपये मासिक वेतन और प्रत्येक डॉलर पर एक रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती थी।
जांच कर रहे सरदारपुरा थाना अधिकारी सोमकरण ने बताया कि मामले में गिरफ्तार अहमदाबाद निवासी निकम मिलन और हर्ड अश्विन उपाध्याय, नागालैंड निवासी इनाका वी सुमी, केहुतो बरनवास येपथोमी, टोपेलो आयमी, वेदांग वपांग उर्फ इमचान, ऑस्टिन माइकल हैं। मुंबई के रहने वाले नादर और उत्तराखंड के नैनीताल के रहने वाले विजय। राजपूत को कोर्ट में पेश कर दो दिन की रिमांड पर लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
गिरोह का मुख्य सरगना अहमदाबाद के मणिनगर का रहने वाला पार्थ भट्ट है। जो रात आठ बजे कॉल सेंटर आता था और रात बारह बजे चला जाता था। उसने कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों को मासिक 20-20 हजार डॉलर इकट्ठा करने का टारगेट दिया था। पुलिस छापेमारी के दौरान वह कॉल सेंटर पर मौजूद नहीं था। कार्रवाई की भनक लगने के बाद से वह भूमिगत है। मोबाइल बंद है। पुलिस का कहना है कि आरोपी के लैपटॉप या कंप्यूटर में एनी डेस्क ऐप डाउनलोड है। इससे उन्हें कनाडा और अमेरिका के लोगों के मोबाइल नंबर मिल जाते थे।
फिर कनाडा की एक विदेशी कंपनी के सर्वर के जरिए उन नंबरों पर कॉल करते थे और लैपटॉप या कंप्यूटर पर पहले से लिखी स्क्रिप्ट सुनाते थे। अमेज़न पर गलत ऑर्डर करने पर लोगों पर 349 डॉलर का भुगतान करने का दबाव डाला गया। इसके लिए उन्हें नजदीकी दुकान या शोरूम में जाकर गिफ्ट वाउचर खरीदने के लिए डराया जाता था। ये गिफ्ट वाउचर खरीदते समय अकाउंट नंबर हासिल कर डॉलर इकट्ठा करते थे, जिसे पेपाल या हवाला के जरिए रुपयों में बदलकर मुख्य सरगना को भेज दिया जाता था।
Next Story