नागौर: ग्रेनाईट खान आवंटित करवाने के नाम पर खुद को खान विभाग का उच्चाधिकारी बताकर एक व्यापारी से 2.65 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले दो आरोपियों को मकराना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ठगों ने जयपुर, सूरत और बीकानेर में भी ठगी की वारदातें की है। थानाधिकारी राजेन्द्र सिंह कमाण्डों ने बताया कि मामले में सबलपुर निवासी आरोपी कुंजबिहारी शर्मा और भगवती प्रसाद को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने अधिकांश रूपए मौज मस्ती और अय्याशी में उड़ा दिए। इनके खिलाफ जयपुर, बीकानेर और सूरत में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं।
17 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ था ठगी का मामला
थानाधिकारी ने बताया कि मकराना निवासी मार्बल व्यापारी अशोक कुमार (49) पुत्र ताराचंद माहेश्वरी ने 14 अगस्त को थाने में 17 लोगों के खिलाफ 2.65 करोड़ की ठगी का मामला दर्ज कराया था। रिपोर्ट में अशोक ने बताया था कि वह मार्बल ग्रेनाइट व्यापारी हैं। व्यापार को बढ़ाने के लिए उसे ग्रेनाइट खान की जरूरत थी। सरकारी स्तर पर खानों का आवंटन के लिए खान विभाग से नीलामी की प्रक्रिया होती रहती है। जिसके लिए उसने अपने परिचितों को खान का आवंटन करवाने के लिए कह रखा था। कुछ जगह आवंटन के लिए आवेदन किया लेकिन उसके नाम कोई खान आवंटित नहीं हुई। इसकी जानकारी बिदियाद निवासी प्रेमाराम पुत्र सेवाराम बडारडा को हो गई।
प्रेमाराम उससे मिला और स्वयं की बड़े लोगों से जान पहचान होने, खान आवंटित करवाने वाले अधिकारियों से मुलाकात करवाने और ग्रेनाइट की आवंटित खान से 100 गुना अधिक आमदनी होने का प्रलोभन दिया। दो साल पहले प्रेमाराम अपने साथ सबलपुर निवासी भगवती प्रसाद शर्मा पुत्र गोविंद प्रसाद शर्मा को लेकर उसकी कंपनी आया। दोनों ने उसकी बात उदयपुर में खनिज विभाग के अधिकारी के तौर पर किशनगढ़ निवासी उमेश शर्मा से करवाई।