राजस्थान

17 लाख रुपए लेकर किसी और को जमीन बेचकर धोखाधड़ी

Admin4
22 Aug 2023 12:25 PM GMT
17 लाख रुपए लेकर किसी और को जमीन बेचकर धोखाधड़ी
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श्रीगंगानगर। 17 लाख रुपए लेकर किसी और को जमीन बेचकर धोखाधड़ी श्रीगंगानगर जमीन का करारनामा कर 17 लाख रुपए लेकर न जमीन की रजिस्ट्री करवाई न ही रुपए वापस लौटाए। धोखाधड़ी का यह मामला नवंबर 2020 में शुरू हुआ आैर मई 2023 में परिवादिया को पता चला। मामले को लेकर इस तरह के आरोपों के संबंध में न्यायालय के आदेश से मटीली राठान पुलिस ने एक महिला के परिवाद पर कई लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। एसएचआे राकेश सांखला मामले की जांच कर रहे हैं। परिवादिया हरदीप कौर की आेर से अदालत के आदेश पर आरोपी हरविंद्रसिंह, उसकी प|ी सुखदेवकौर, करतार सिंह, गुरप्रीत कौर व उसके पति जतिन्द्र सिंह रामगढ़िया सिख, बलजिन्द्र सिंह, गोमती देवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
गवाह हरप्रीत सिंह व राजेन्द्र सिंह के सामने करारनामा हुआ लेकिन कब्जा नहीं दिया गया: मुकदमे में आरोप लगाए हैं कि आरोपी हरविंद्रसिंह तथा उसकी प|ी के नाम चक 9 एफ बड़ा, मिर्जेवाला तहसील क्षेत्र में 1.455 हैक्टेयर में से सुखदेव कौर के नाम से 0.728 हैक्टेयर व हरविन्द्र सिंह के नाम से 0.577 हैक्टेयर नहरी कृषि भूमि है। इसी चक 0.101 हैक्टेयर नहरी रकबा आरोपी हरविन्द्र सिंह के नाम से अलग से है। आरोपियों ने कुल रकबा 1.406 हैक्टेयर नहरी जिसमें ट्यूबवेल व बिजली कनेक्शन भी लगा हुआ है। इस जमीन का सौदा परिवादिया के साथ 6 नवंबर 2020 को करते हुए 7 लाख रुपए प्रति बीघा के हिसाब से 38 लाख 90 हजार 118 रुपए में तय होकर इकरारनामा लिखा गया था। गवाह हरप्रीत सिंह पुत्र कुलदीप सिंह तरखान व राजेन्द्र सिंह के सामने करारनामा तथा कब्जा दिए जाने की बात हुई लेकिन कब्जा नहीं दिया।
मई 2023 तक आरोपी झांसे देते रहे, इसके बाद रजिस्ट्री करवाने से मना कर धोखाधड़ी की: इस घटना के बाद परिवादिया को पता चला कि आरोपियों ने उक्त जमीन को विरेन्द्र कुमार पुत्र काशीराम जाट निवासी 42 एलएनपी द्वितीय तहसील पदमपुर से बेचान करके साई पेटे 15 लाख रुपए भी ले लिए हैं। परिवादिया ने पांच बार आरोपियों को जमीन की रजिस्टरी करवाने को कहा लेकिन आरोपी नहीं माने। 25 फरवरी 2023 को पता चला कि आरोपियों ने जमीन की गोमती देवी के नाम रजिस्ट्री करवा दी है। मई 2023 तक आरोपी झांसे देते रहे। इसके बाद आरोपियों ने रजिस्ट्री करवाने से साफ मना कर धोखाधड़ी की है।
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