राजस्थान

चार दिवसीय प्रज्ञा पुराण कथा संपन्न, वैदिक मंत्रों से दी गई आहुतियां

Shantanu Roy
23 May 2023 10:48 AM GMT
चार दिवसीय प्रज्ञा पुराण कथा संपन्न, वैदिक मंत्रों से दी गई आहुतियां
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करौली। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा मोहन नगर में आयोजित चार दिवसीय प्रज्ञा पुराण कथा का सोमवार को समापन हो गया। इस मौके पर पांच कुंड गायत्री महायज्ञ में 250 से अधिक श्रद्धालुओं ने यज्ञ कुंड में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आहुतियां दीं। इस मौके पर कई श्रद्धालुओं ने गायत्री मंत्र की गुरु दीक्षा ली। कथाकार गायत्री साधक पंडित श्याम सुंदर शर्मा ने बताया कि उन्होंने जन्म से लेकर मृत्यु तक के संस्कारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आत्मा पूर्व जन्म के अच्छे-बुरे कर्मों के आधार पर संस्कारों से जन्म लेती है। अच्छे संस्कारों के प्रचार और बुरे संस्कारों के शमन के लिए गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के तीन महीने बाद पुंसवन संस्कार अवश्य कराना चाहिए। बहादुर सिंह सोलंकी और मुकेश गोयल ने गायत्री मंत्र की महिमा बताते हुए कहा कि गायत्री मंत्र सभी मंत्रों में महामंत्र है। समाजसेवी सुनील सिंघल व प्रहलाद गुप्ता ने बताया कि प्रज्ञा पुराण कथा के आयोजन में हारमोनियम वादक प्रेम सिंह प्रजापति, ढोल वादक नेतराम प्रजापति, उत्कर्ष कटारा, सुरेश गुप्ता का विशेष योगदान रहा.
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