राजस्थान
राजस्थान के कोटा संभाग में बाढ़ से जनजीवन प्रभावित, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
Bhumika Sahu
24 Aug 2022 11:09 AM GMT
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पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
कोटा, राजस्थान में अति भारी बारिश से कोटा संभाग सहित कई जिलों में बाढ़ के हालात हो गए है। ऐसे में राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कोटा संभाग के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया है। उन्होंने बारां और झालावाड़ के एरिया में हेलीकॉप्टर से सर्वे कर निरीक्षण किया है। पूर्व सीएम राजे ने कहा कि दो दिन से चल रही भारी बारिश के कारण राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। चंबल नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर आ गया है। राज्य सरकार को जल्द अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर राहत व बचाव कार्य तेज करना चाहिए।
झालावाड़ जिले के अकलेरा क्षेत्र में जो 14 लोग जलभराव वाले क्षेत्रों में फंसे हुए थे, उन्हें सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। वसुंधरा राजे ने लोगों के साथ खड़े रहने की बात कहते हुए लोगों से अपील की है कि इस बाढ़ की विषम परिस्थिति में घबराए नहीं। बाढ़ के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं। करीब आधा दर्जन स्थानों पर लोगों के रुकने की व्यवस्था और खाने-पीने का इंतजाम किए हैं। साथ ही प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। कोटा, झालावाड़, भीलवाड़ा, बारां, धौलपुर समेत अन्य जगहों पर बाढ़ आने से जनजीवन अस्त व्यस्त होता हुआ नजर आ रहा है। आमजन को जलभराव के बीच सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की ओर से रेस्क्यू किया जा रहा है। वहीं, कई जगहों पर स्कूल कॉलेज में छुट्टियां दे दी गई है।
बता दे कि राज्य में मूसलाधार बारिश से कोटा बैराज से 16 गेट खोलकर 4 लाख 76 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे कोटा बैराज के डाउनस्ट्रीम में कई बस्तियां जलमग्न हो गई हैं। निचले इलाके की बस्तियों में पानी आने से बाढ़ के हालात बन गए हैं। कोटा के इटावा में भी हालात खराब है। आसपास के गांव पूरी तरह से टापू बन गए हैं। चंबल नदी खतरे के निशान से अधिक बहने से 30 से अधिक गांवों में हालात खराब है। चंबल में पानी का स्तर 142.10 मीटर पर बना हुआ है और तेज गति से जलस्तर बढ़ रहा है।
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