अजमेर: अजमेर सौर ऊर्जा से संचालित प्रदेश का पहला क्रूज गुरुवार को आनासागर झील में उतरा। अलसुबह निगम प्रशासन ने डबल डेकर क्रूज काे झील में उतारा। झील में ही अब क्रूज के इंटीरियर का काम पूरा होगा। आधा काम बाहर बनाए गैराज में किया गया है। अक्टूबर तक इसका काम पूरा होने की उम्मीद है। क्रूज की कुल लंबाई लगभग 22 मीटर व चौड़ाई 8 मीटर है। यह पूरी तरह से सौर ऊर्जा से संचालित होगा। 45 मिनट में पूरा होगा एक राउंड क्रूज धीमी रफ्तार से 45 मिनट में झील का एक चक्कर पूरा करेगा। इसके नीचे का हिस्सा वातानुकूलित होगा। ऊपर वाला हिस्सा ओपन रहेगा। इसमें कैफेटेरिया और बायो टॉयलेट की भी सुविधा रहेगी।
सुरक्षा के लिए एक बोट साथ चलेगी क्रूज में फायर फाइटिंग सिस्टम लगाए गए हैं। संचालन के दौरान साथ में आपात स्थिति से निपटने के लिए एक बोट भी चलेगी। द्वितीय तल पर क्रूज के कैप्टन की केबिन हाेगी। रूफ टॉप रेस्टाेरेंट भी हाेगा। देश की पहली सौर ऊर्जा से चलने वाली नाव ‘आदित्य’ का संचालन केरल में 12 जनवरी 2017 को हुअा था। यह पानी में दुनिया का पहला कॉमर्शियल परिवहन था जो सौर ऊर्जा से संचालित हुआ।
संदिग्ध परिस्थितियों में महिला ने लगाई फांसी
अर्जुनपुरा -खालसा में संदिग्ध परिस्थितियों में 38 वर्षीय महिला ने 3-4 दिन पूर्व फांसी का फंदा लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतका के घर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने घर के अंदर झांककर देखा तो उसका शव लटका देखकर होश उड़ गए। उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीसांगन चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया। जहां परिजनों के पहुंचने पर पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के सुपुर्द किया। पुलिस ने मृतका के जेठ कैलाशचंद पुत्र सूरजमल प्रजापत की रिपोर्ट पर जांच शुरू कर दी। मृतक के जेठ ने प्राथमिकी में बताया कि उसका छोटा भाई भागचंद सिरोही में होटल में काम करता है।
उसकी पत्नी रेणु शराब पीने की आदी थी। उसके एक लड़का और एक लड़की है। विवाहिता के शराब के आदी होने से उसके दोनों लड़के अपनी नानी के पास ही लेकर अपना गुजर-बसर तथा अध्ययन कार्य कर रहे थे। गुरुवार सुबह 8:00 बजे पड़ोसियों के मार्फत रेणु के फांसी लगाने की इत्तला पर मांगलियावास थाने के दीवान जोधाराम ने मौके पर पहुंचकर शव को उतरवाया। पुलिस ने घटना का मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।