राजस्थान
कोटा में ऑक्सीजन मास्क में लगी आग, मरीज की मौत, अस्पताल में हंगामा
Ashwandewangan
13 July 2023 8:09 AM GMT
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कोटा में ऑक्सीजन मास्क में लगी आग
कोटा। कोटा के मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में एक मरीज की मौत अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते हो गई। आईसीयू में भर्ती मरीज के ऑक्सीजन मास्क में अचानक आग लग गई। जिससे मरीज का चेहरा और गर्दन के नीचे का कुछ हिस्सा जल गया। उसकी मौत हो गई। अस्पताल इसे एक्सीडेंट बता रहा है, इधर, परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। पोस्टमॉर्टम रूम के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। पोस्टमॉर्टम करवाने से इंकार कर दिया। अभी मौके पर समझाइश की कोशिश की जा रही है। अनंतपुरा तालाब गांव निवासी लकी शर्मा ने बताया कि उसके बडे़ भाई वैभव शर्मा (30) को पिछले कई दिनों से पेट में दर्द की शिकायत थी। उसे मेडिकल कॉलेज में ही दो तीन बार दिखाया था लेकिन आराम नहीं आया। इसके बाद उसकी सोनोग्राफी कराई गई तो सोनोग्राफी चेक करने के बाद डॉक्टरों ने कहा कि उसकी आंतों में छेद है भर्ती करना पडे़गा। लकी शर्मा के अनुसार- हमने 6 जुलाई को वैभव को अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवा दिया। चार दिन बाद दस जुलाई को उसका ऑपरेशन किया गया जिसके बाद उसे आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। उसके बाद उसे वापस नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। उसकी तबियत ठीक थी।
घरवालों से आराम से बात कर रहा था। लेकिन बुधवार दोपहर करीब तीन बजे उसकी तबीयत फिर बिगड़ने लगी और घबराहट होने लगी। जिसके बाद उसे वापस आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। उसके बाद वह कुछ नॉर्मल हुआ। लेकिन रात करीब दस बजे उसे फिर घबराहट होने लगी। इस पर उसे ऑक्सीजन मास्क लगाया गया। धड़कने काफी कम होने लगी थी। इस पर स्टाफ को बुलाया। डॉक्टर और स्टॉफ आए और उन्होंने उसे डिफाइब्रिलेटर से डायरेक्ट करंट कार्डियोवर्जन यानी डीसी शॉक दिया। भाई लकी शर्मा का दावा है कि उसे दो तीन बार डीसी शॉक दिया गया जिसके बाद वह नॉर्मल हो गया। डॉक्टर और स्टाफ जाकर रूम में बैठ गए। इतने में ही अचानक से ऑक्सीजन मास्क में चिंगारी उठी और आग लग गई। आग तेजी से फैली तो यह देख स्टाफ वहां से भाग गया। वहां मौजूद छोटे भाई गौरव ने आग को बुझाया। जिससे उसके हाथ भी झुलस गए। वहीं वैभव का चेहरा, गर्दन और गर्दन से नीचे का हिस्सा भी झुलस गया। इसी दौरान उसकी मौत हो गई।
अस्पताल में इस तरह से मरीज की मौत के बाद घरवालों ने हंगामा कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम रूम में शिफ्ट करवा दिया गया। गुरुवार सुबह परिजन, ब्राह्मण समाज के लोग, पीसीसी महासचिव राखी गौतम समेत कई लोग मॉर्च्युरी पहुंच गए। परिजनों ने पोस्टमॉर्टम करवाने से इनकार कर दिया। परिजनों ने लापरवाही बरतने वाले स्टाफ और डॉक्टर्स पर कार्यवाही की मांग की और साथ ही मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा कर दिया। हिंदू संगठनों के लोग भी वहां पहुंच गए और नारेबाजी की। समाज के लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से बात की और मौके पर आने की मांग करने लगे। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता अस्पताल में तैनात कर दिया गया। हंगामे की स्थिति को देखते हुए अस्पताल गेट पर बैरिकेड लगा दिए गए।
इस घटना को लेकर जब अस्पताल अधीक्षक डॉ.आरपी मीणा से बात की तो उन्होंने कहा कि घटना दुखद है। यह एक्सीडेंटल हुआ है। लापरवाही जैसा कुछ नही है। इस तरह की घटना होने के क्या कारण हो सकते हैं, इस पर उन्होंने कहा कि- ऑक्सीजन ज्वलनशील होती है। जैसा अभी तक सामने आ रहा है कि उसकी धड़कन बंद हो गई थी। ऐसे में ऑक्सीजन उसके शरीर तक प्रेशर से पहुंचाई जा रही थी। साथ में डीसी शॉक दिए जा रहे थे। ऐसा हो सकता है कि डीसी शॉक के दौरान कोई सर्किट हुआ हो या स्पार्किंग निकली हो और ऑक्सीजन आग पकड़ ले, ऐसा हो सकता है। अस्पताल अधीक्षक डॉ.आरपी मीण ने बताया कि हम बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाऐगें। साथ ही पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए भी कमेटी बनाई जाएगी। क्या कारण रहे, यह घटनाक्रम कैसे हुआ, इस संबंध में जांच कर रिपोर्ट दी जाएगी। प्रारंभिक तौर पर मामला एक्सीडेंटल ही लग रहा है। जांच के बाद जो भी तथ्य आएंगे उसके अनुसार आगे कदम उठाऐगें।
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प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।
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