राजस्थान

अस्पताल में पुलिसकर्मियों से जमकर धक्का-मुक्की

Admin4
12 March 2023 7:58 AM GMT
अस्पताल में पुलिसकर्मियों से जमकर धक्का-मुक्की
x
भरतपुर। भरतपुर के नगर अस्पताल में भर्ती शहीद जीतराम गुर्जर की वीरांगना की पत्नी सुंदरी देवी से मिलने शुक्रवार शाम 7 बजे सांसद रंजीता कोली पहुंची। जहां पुलिस सांसद रंजीता कोली और उनके समर्थकों में जमकर धक्का-मुक्की हो गई। इसके बाद सांसद के समर्थक अस्पताल में ही धरने पर बैठ गए। करीब 7 घंटे जमकर हंगामा और नारेबाजी हुई। इसके बावजूद पुलिस ने सांसद को वीरांगना सुंदरी देवी से नहीं मिलने दिया। शुक्रवार सुबह ही शहीद की वीरांगना सुंदरी देवी, देवर विक्रम और बेटी सुमन को पुलिस उनके घर से ले आई थी।
इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया। इस दौरान पूरे अस्पताल को छावनी बना दिया गया और किस को भी वीरांगना या अस्पताल में मौजूद उसके परिजन से नहीं मिलने दिया गया। शाम करीब 6 बजकर 30 मिनट सांसद रंजीता कोली वीरांगना से मिलने पहुंचीं। सांसद के साथ उनके समर्थक भी मौजूद थे। सांसद के समर्थक नारेबाजी करते हुए अस्पताल में घुसे, जिसके बाद सांसद वीरांगना से मिलने के लिए जाने लगी। इस दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका, पुलिसकर्मियों को रोकते ही, सांसद के समर्थक, सांसद की सुरक्षा और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। हंगामे से अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी काफी परेशानी हुई।
हंगामे के बाद सांसद रंजीता कोली ने कहा कि सुंदरी से जब मैंने पूछा कि क्या उसकी तबियत खराब है तो सुंदरी ने बताया कि उसकी कोई तबियत खराब नहीं है। उसका कहना था कि, मुझे मेरे बच्चों के पास लेकर जाइये, जिसके बाद बाहर तैनात सिक्योरिटी से मैंने रिक्वेस्ट की, सुंदरी को बच्चों के पास छोड़ दिया जाए। क्योंकि सुंदरी को बंधक बनाकर रखा है वह सरासर गलत है, जब मैंने सुंदरी को उसके घर ले जाना चाह तो, मेरे ऊपर हमला किया गया। मेरे हाथ में चोट आई है और मेरी चेन भी गिर गई है। जबकि किसी महिला को इस तरह से नहीं पकड़ सकते।
पूरे देश में वीरांगनाओं का सम्मान करते हैं, और उसी वीरांगना का हाथ पकड़कर खींचा, यह गलत है। जब वह अपने बच्चों के पास जाना चाहती है। यह कौन सी किताब में लिखा है कि कोई कहीं भी इलाज नहीं करवा सकता। वैसे भी जब सुंदरी को कोई परेशानी नहीं है तो उसे अस्पताल में क्यों बंधक बना कर रखा हुआ है। पहले तो राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार होता था, अब वीरांगनाओं पर भी अत्याचार हो रहा है।
Next Story