राजस्थान

पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग

Admin4
23 April 2023 8:24 AM GMT
पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग
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डूंगरपुर। डूंगरपुर से करीब 75 किलोमीटर दूर गुजरात के मोडासा में गुरुवार शाम पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग में डूंगरपुर के 4 युवक जिंदा जल गए. पांचवां युवक इन चारों में से एक का सगा बड़ा भाई था। हादसे से कुछ सेकेंड पहले वह लकड़ी की अस्थाई सीढ़ियों से पहली मंजिल से नीचे उतरा था। वह तो बच गया, लेकिन चारों साथी झुलसकर मर गए।
गुरुवार को शाम के 4 बज रहे थे। आग विस्फोट के साथ शुरू हुई। ऐसे में ये चारों युवक पहली मंजिल पर फंस गए। जहां सीढ़ी थी, वहां आग लग गई। इसके बाद आग फैल गई। चारों जहां थे, वहीं कोयले और राख में बदल गए। यह फैक्ट्री गुजरात के हिम्मतनगर मोडासा हाईवे पर लालपुरा इलाके में है। अजय, सचिन, ललित, हरीश व रामलाल डूंगरपुर से मोडासा मजदूरी करने गए थे। ये लोग भवन निर्माण में सेंटरिंग और मजदूरी का काम करते थे। गुरुवार को वह पटाखा फैक्ट्री के गोदाम के एक निर्माणाधीन भवन में सेटिंग का काम कर रहा था. इस दौरान आग लग गई और सचिन को छोड़कर चारों की मौत हो गई। मृतकों में ललित (42) पुत्र गबीलाल ननोमा निवासी गेंजी, अजय (21) पुत्र खेमराज कोट निवासी बंसिया, हरीश गोदा (21) व गुंदलारा निवासी रामलाल गोदा (25) शामिल हैं.
ललित 19 अप्रैल की शाम को ही मोडासा चला गया था। इससे पहले दो दिन उनके घर पर रुका था। जबकि अजय, हरीश व रामलाल तीन दिन पूर्व 16 अप्रैल को मोडासा पहुंचे थे। सभी लगाने व मजदूरी करने का काम करते थे। गुरुवार की देर रात जले हुए शवों को बाहर निकालकर मोडासा अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया. घटना की सूचना पर चारों युवकों के परिजन रात में ही मोदासा पहुंच गए। बांसिया निवासी अजय कोटेड, गेंजी पाकरों निवासी ललित ननोमा, गुंदलारा निवासी हरीश गोदा व रामलाल गोदा के शव शुक्रवार दोपहर गांव पहुंचे. शव पहुंचते ही मातम पसर गया। बांसिया गांव में काफी संख्या में लोग जमा हो गए। परिजन फूट-फूट कर रो पड़े। गांव में चूल्हे नहीं जले। सचिन ने बताया कि अजय की अभी शादी नहीं हुई थी। अजय तीन भाइयों में से एक था।
गुंदलारा निवासी हरीश की सगाई हुई थी। परिवार शादी के लिए शुभ मुहूर्त निकाल रहा था। खुशियों के आने से पहले ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। हरीश बीए फाइनल कर रहा था। हरीश का एक बड़ा भाई और 2 बहनें हैं। रामलाल का 9 माह का एक बेटा है। उनके एक भाई की पहले ही मौत हो चुकी है। एक छोटा भाई और 2 बहनें हैं। रामलाल पर परिवार की बड़ी जिम्मेदारी थी। ललित के दो बेटे और एक बेटी है। एक बेटे की शादी हो चुकी है।
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