किशनगंज। किशनगंज तहसील मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय से महज 4 किमी दूर वन विभाग की भूमि पर अतिक्रमियों ने दिनदहाड़े वन भूमि पर अतिक्रमण कर सैंकड़ों हरे पेड़ पौधों को तबाह कर दिया। एक ओर वन विभाग बरसात में प्लानटेशन तैयार कर वन भूमि पर अधिक से अधिक पौधरोपण करने का दावा करता है। दूसरी ओर वन कार्यालय से महज कुछ किलोमीटर दूर ही लोगों द्वारा वन भूमि पर अवैध रूप से वनभूमि को खेत में तब्दील कर दिया जाता है। यह कार्य लंबे समय से किया जा रहा है। धीरे-धीरे अतिक्रमियों ने सैंकड़ो हरे पेड़ो की बली दे दी,लेकिन विभाग द्वारा संबंधितों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं किए जाने से आश्चर्य व्यक्त किया जा सकता है।
वन विभाग की इस तरह की लगातार अनदेखी के कारण वन रेंज क्षेत्र में वनभूमि पर अतिक्रमण के मामले भी अब बढ़ने लगे है। वर्तमान में यह भूमि पूरी तरह खेत में तब्दील हो गई है। कुछ माह पूर्व हरे-भरे पौधों से लहलहा रही यह भूमि अब पूरी तरह उजाड़ दिखाई दे रही है। वनों की सुरक्षा और उनका संवर्धन करने की जिम्मेदारी वन विभाग पर है, वनभूमि पर इस तरह का अतिक्रमण करना गैर कानूनी है। बावजूद इसके क्षेत्र के अतिक्रमियो के हौसले बढ़ने लगे है। नेशनल हाइवे के पास होने के बावजूद अब तक कोई वनाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच नहीं पाया है। ऐसे मामलो को गंभीरता से नही लेना विभागीय कार्यवाही पर प्रश्न खड़ा करता है।