
एक पिता ने पहले अपने बेटे पर तेजाब फेंका और फिर आत्महत्या कर ली। बेटे को गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि पिता-पुत्र में कहासुनी हुई थी। मामला गुरुवार शाम 4 बजे दादाबारी थाना क्षेत्र का है।
मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी महावीर भार्गव ने बताया कि बुधवार देर रात 11:30 बजे बेटे वर्धन सिंह (32) और पिता राजेंद्र सिंह (58) के बीच शराब पीने की आदत को लेकर कहासुनी हो गई। राजेंद्र सिंह शराब ज्यादा पीते थे। पिता-पुत्र का विवाद इस कदर बढ़ गया कि राजेंद्र सिंह ने अपने बेटे वरदान सिंह पर तेजाब फेंक दिया। इस हादसे में वरदानसिंह का चेहरा बुरी तरह झुलस गया था। वरदान को शहर के शुश्रुत अस्पताल लाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है।
पिता ने गुरुवार शाम यहां जहर पीकर आत्महत्या कर ली।
के गणेश तालाब निवासी सेवानिवृत्त एलडीसी राजेंद्र सिंह (58) ने गुरुवार सुबह करीब चार बजे अपने घर के एक कमरे में अज्ञात जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया। राजेंद्र बिस्तर पर बेहोश पड़ा हुआ था। उसकी मौत हो गई, जिसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम रूम में भेज दिया गया।
प्रारंभिक जानकारी से पता चला है कि राजेंद्र सिंह शराब का आदी था।
बुधवार रात से कमरे में बंद था पिता, शाम को मिला था शव
इस घटना के बाद से पिता सदमे में हैं। अस्पताल से आने के बाद राजेंद्र सिंह ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। गुरुवार दोपहर तक वह कमरे से बाहर नहीं निकला। आखिरकार शाम 4 बजे उसकी पत्नी राजदुलारी घटना की सूचना देने थाने पहुंची। पुलिस को बताया गया कि बेटे पर तेजाब फेंकने के बाद पति कमरे से बाहर नहीं निकला. ऐसे में पुलिसकर्मी भी राजदुलारी के घर पहुंच गए। दरवाजे पर दस्तक हुई लेकिन कोई आवाज नहीं आई। गेट तोड़े जाने पर राजेंद्र सिंह कमरे में बेहोश पड़े थे। अस्पताल ले जाने के दौरान पता चला कि उसने जहर पीकर आत्महत्या कर ली है।
राजेंद्र सिंह पुलिस महकमे में थे
राजेंद्र सिंह कोटा एसपी कार्यालय में एलडीसी (लोअर डिवीजन क्लर्क) के पद पर तैनात थे। अभी दो साल पहले वीआरएस लिया था। जबकि वरदान एक निजी कंपनी में काम करता है। उनका एक बेटा और एक बेटी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि शराब को लेकर पिता-पुत्र में अक्सर मारपीट होती रहती थी। लेकिन, बुधवार को दोनों के बीच मामला इस कदर बिगड़ गया कि बेटे पर ही तेजाब फेंक दिया। तभी से राजेंद्र सिंह सदमे में थे।