राजस्थान

किसानों ने मंडी का मेन गेट को बंद कर किया प्रदर्शन, अचानक बाजरे का भाव घटाने से नाराज़ हुए किसान

Admin Delhi 1
14 Sep 2022 10:11 AM GMT
किसानों ने मंडी का मेन गेट को बंद कर किया प्रदर्शन, अचानक बाजरे का भाव घटाने से नाराज़ हुए किसान
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हिंडौनसिटी न्यूज़: शहर में कैलाश नगर स्थित कृषि उपज मंडी में बाजरे बोली कम लगाने पर किसानों ने हंगामा कर दिया। मंगलवार को मंडी में बाजरा नीलामी के दौरान शुरुआत में 1725 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से खरीदा जा रहा था। इसके बाद अचानक नीलामी में बाजरे का भाव 1300 रुपए क्विंटल करने से गुस्साए किसानों ने हंगामा कर दिया और कृषि उपज मंडी के मुख्य द्वार को बंद कर प्रदर्शन किया। हंगामे को देख कर मंडी प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। कृषि उपज मंडी समिति सचिव ने व्यापारियों एवं मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष तथा किसानों की बैठक ली। इस दौरान भी ऑफिस में जमकर बवाल मचा। इस दौरान किसान तेज सिंह, ओम प्रकाश, विजय सिंह, कल्याण प्रसाद, कप्तान सिंह, दिलीप सिंह, रूप सिंह आदि ने बताया कि बाजरे की बंपर पैदावार हुई है, जिसे मंगलवार को कृषि उपज मंडी लाए। नीलामी प्रक्रिया शुरू हुई, तब बाजरे के भाव 1772 रुपए प्रति क्विंटल की नीलामी की थी। अचानक भाव 1300 रुपए कर दिया। इससे गुस्साए किसानों ने हंगामा कर दिया।

आवक ज्यादा होने से रद्द की नीलामी:

कृषि उपज मंडी अध्यक्ष रामगोपाल ने बताया कि बाजरे की फसल की ज्यादा आवक होने व बरसात आने से नीलामी रद्द कर दी गई। सुबह भाव 1772 से खोला और 1725 पर बंद हुआ। इसके बाद 1725 रुपए पर फसल को किसानों से खरीदा जा रहा था। किसी भी व्यापारी द्वारा कोई भी भाव में गिरावट नहीं की गई।

मिलीभगत का लगाया आरोप: किसानों ने हंगामा करते हुए मंडी के मुख्य द्वार को बंद कर दिया। किसानों ने जमकर नारेबाजी की। किसानों ने आरोप लगाया कि मंडी व्यापारी मनमर्जी से भावों में लगातार गिरावट कर रहे हैं। इसके कारण उन्हें मंडी का मुख्य द्वार बंद करना पड़ गया। उन्होंने मंडी प्रशासन और व्यापारियों की मिलीभगत का भी आरोप लगाया है।

हंगामा बढ़ा तो बुलानी पड़ी पुलिस: हंगामे को देखते हुए कृषि उपज मंडी समिति को पुलिस बुलानी पड़ी। सूचना पर कोतवाली थाना प्रभारी गिर्राज प्रसाद नई मंडी थाने के उपनिरीक्षक नीरज शर्मा मय जाप्ते के मंडी पहुंचे। कृषि उपज मंडी सचिव राजेश कर्दम व्यापार मंडल के अध्यक्ष सहित व्यापारियों तथा किसानों के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान भी किसानों द्वारा ऑफिस में जमकर हंगामा किया गया। बाद में समझाइश करते हुए 1725 रुपए में सभी व्यापारियों द्वारा किसानों की फसल को खरीदना तय हुआ।

बरसात आने से खरीद में हुई देरी: मंडी के राजेश कर्दम ने बताया कि बाजरे की आवक ज्यादा व बरसात होने से व्यापारियों द्वारा माल लेने में देरी हुई, जिससे किसानों ने हंगामा कर दिया। भाव में ₹50 की गिरावट रैक प्वाइंट के हिसाब से आई है, जिस पर किसानों ने नाराजगी जताई। फसल की 1725 रुपए के भाव से नीलामी करवा दी गई है।

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