झालावाड़। जिले की सुनेल तहसील में पिछले 72 घंटों से अचानक हो रही बारिश से किसानों की खेतों में कटी पड़ी कई फसलें जलमग्न हो गई है। अचानक हुई बारिश ने किसानों की करी कराई मेहनत को मिट्टी में मिला दिया है। आर्थिक नुकसान के चलते किसानों की कमर टूट गई है। फसलों का उचित मुआवजा व प्रधानमंत्री बीमा दिलवाने को लेकर रविवार को सैकड़ों की तादाद में किसान अपने हाथोँ में खराब हुई सोयाबीन की फसलें पकड़कर नारेबाजी करते हुए सुनेल तहसील कार्यालय पहुंचे।
तहसीलदार को सौंपा मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन
किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन नायब तहसीलदार को दिया। ज्ञापन में बताया कि रविवार सुबह तक हुई तेज बारिश से किसानों की खड़ी हुई व कटी हुई फसल पूर्ण रूप से बर्बाद हो गई हैं। नमी की वजह से सोयाबीन उगने लग गई है। किसानों के खेतों तक सोयाबीन थ्रेशर मशीन भी नहीं पहुंच पा रही है। किसानों के खेतों में लगातार पानी बह रहा है जब तक सूखा नहीं होगा तब तक किसानों के खेतों तक कृषि साधन नहीं पहुंचेंगे। ऐसी स्थिति में किसान बर्बाद हो गए हैं जो बची हुई फसल को भी थ्रेसरिग नहीं करवा पा रहे हैं।
सर्वे कंपनियां कर रही लीपापोती
किसानों ने बताया कि सरकार की उदासीनता व बीमा कंपनियों की मनमानी के कारण किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सरकार के ढीले रवैए की वजह से किसानों को यह समस्या आ रही है। किसानों के लिए सरकारें प्रयास नहीं कर रही हें। किसानों की फसलें अत्यधिक वर्षा की वजह से नष्ट हो गई हैं और बीमा कंपनियां सर्वे के नाम पर लीपापोती कर रही हैं। किसान इतने जागरूक तो नहीं है कि वह स्वयं कंप्लेंट दर्ज करवा सके यह सरकार की प्राथमिकता है कि बीमा कंपनियों को पाबंद करके उचित सर्वे करवाकर किसानों को बीमा क्लेम दिलवाया जाए। किसानों ने सरकार को चेतावनी दी गई कि मांगों को पुरा नहीं किया तो सैकड़ों किसानों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसमें तमाम ज़िम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इन्होंने दिया गया ज्ञापन
पूर्व विधायक बालचंद मेहर, सरपंच सीमा कुमारी जयपुरी, सुरेंद्र फोफलिया, सुरेन्द सोनी, अध्यक्ष जीएस एस दौलत सिंह सिसोदिया, उपाध्यक्ष बरदीचंद कारपेन्टर, श्याम लाल गुर्जर, भगवान सिह हाड़ा, इक़बाल भाई, फिरोज भाई, अशपाक मंसूरी, विवेक राठौर महेंद्र सिंह सिसोदिया, बलराज जयपुरी, संदीप व्यास, रामगोपाल माली, भेरु लाल माली धन्नालाल राठोरे समेत सैकड़ों की तादाद में किसानों ने ज्ञापन दिया।