राजस्थान
कृषि विज्ञान केंद्र मे किसान-वैज्ञानिक संगोष्ठी, प्रदर्शनी, खरीफ़ के बीजों का वितरण किया गया
Tara Tandi
23 Jun 2023 11:28 AM GMT
x
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थान केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान,अविकानगर की अनुसूचित जनजाति उपयोजना के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र दौसा म किसान-वैज्ञानिक संगोष्ठी,प्रदर्शनी एवं खरीफ़ की फसलों के बीजों के वितरण कार्यक्रम म उपस्थित अतिथियों लोकसभा सांसद दौसा श्रीमती जसकौर मीना, अखिल भारतीय स्वदेशी मंच की सह -समन्वयक श्रीमती अर्चना मीना, अविकानगर संस्थान के निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर, अविकानगर टीएसपी परियोजना के नोडल अधिकारी डॉ जीजी सोनावाने, डॉक्टर बी एल जाट प्रभारी कृषि विज्ञान केंद्र दौसा, जगदीश प्रसाद मीना, डिप्टी डायरेक्टर उद्यान विभाग डिडेल बस्सी, डॉ सत्यवीर सिंह डांगी, दौलत राम मीना, घमंडी लाल मीना की मौजूदगी म किया गया।
अविकानगर संस्थान की टीएसपी परियोजना के अंतर्गत दौसा जिले की विभिन्न तहसीलों के गांवों के जनजाति किसानों को उपरोक्त कार्यक्रम म 20 क्विंटल मूंगफली जीजेजी-19 किस्म,10 क्विंटल ग्वार की आरजीसी-1033 किस्म, 8 क्विंटल बाजरे की जेबीवी-3, 300 पूसा वेजिटेबल किट, 1900 पौधे आम, नींबू, अंजीर, बिलपत्र, कटहल आदि का वितरण कार्यक्रम म उपस्थित जनजाति महिला व पुरुष किसानों को किया गया। संगोष्ठी कार्यक्रम म दौसा जिले की विभिन्न पंचायतों (निकटपुरी, जौपाड़ा, खेड़ीरामला,मानपुर, घूमना, गाडोली, गैरोटा, डैडान, ढंडखेड़ी, बिदेरवाड़ा, कालवान, गीजगढ़, बुजेत, आगवली, गांगदवाड़ी, मलवास, खानवास, टाटियाबास, रामवास, भोजवाड़ा, कोलवा, गुडलिया, धनवाद, पीलवाकला )के 50 भेड़पालक किसानों को भी कार्यक्रम म उपस्थित अतिथियों द्वारा उन्नत नस्ल के मालपुरा/अविशान मेढे, साथ मे सभी क़ो स्टील की बाल्टी,स्टील का तसला, फावड़ा, 2 किलोग्राम बाजरे का बीज,पूसा सब्जी किट, ग्वार की 6 किलोग्राम पैकेट, मूंगफाली की किट साथ म विभिन्न फलदार पौधों का वितरण भी किया गया। साथ म संगोष्ठी कार्यक्रम म पहले से चयनित नांगल राजावतान तहसील, राहुवास तहसील, लवण तहसील एवं दौसा तहसील के विभिन्न पंचायतों के गांव के किसानों को भी खरीफ की फसलों के बीजों का वितरण किया गया।
उपरोक्त कार्यक्रम म 350 से ज्यादा जनजाति किसानों को लाभान्वित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती जसकौर मीना ने संबोधित करते हुए संस्थान के निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर एवं उनकी टीम को धन्यवाद दिया।आपके प्रयास से दौसा जिले के भेड़- बकरी पालक एवं किसानों को उन्नत नस्ल के जानवरों के साथ उन्नत किस्म के बीजों, वेजिटेबल किट एवं विभिन्न फलदार पौधों का वितरण किया जा रहा है। उससे निश्चित ही किसानों मे जागरूकता आएगी और निश्चित ही भविष्य म खेती एवं पशुपालन को उद्यमिता की ओर ले जाएंगे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय स्वदेशी मंच की श्रीमती अर्चना मीना ने खेती एवं पशुपालन को कैसे उद्यमिता की ओर ले जाएं के बारे म विस्तार से महिला एवं पुरुष किसानों को संबोधन दिया तथा निवेदन किया कि किसान कृषि एवं पशुपालन उत्पादों को पैदा करने से उपभोक्ता तक सीधे लेकर जाएं।जिससे आपको अधिक से अधिक मुनाफा हो इसी तरह आप अपनी आजीविका बढ़ा सकते हैं।
अविकानगर संस्थान के टीएसपी नोडल अधिकारी डॉ जीजी सोनावाने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए टीएसपी परियोजना के द्वारा दौसा जिले म किए जा रहे प्रयासों के बारे म विस्तार से कार्यक्रम म उपस्थित अतिथियों व किसानों को संबोधन दिया तथा बताया कि भारत सरकार की योजना है कि किसानों की आजीविका खेती एवं पशुपालन के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जाए । इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए अविकनगर के द्वारा आपके जिले म काम किया जा रहा है। अविकानगर संस्थान के निदेशक डॉ अरुण कुमार तोमर ने कार्यक्रम म उपस्थित भेड़-बकरी पालकएवं किसानों को संबोधित करते हुए विस्तार से भेड़ बकरी पालन के बारे म बताया तथा किसानों को निवेदन किया कि हर 2 साल म भेड़-बकरी का नस्ल सुधार के लिए मेल बदल द जिससे आपके रेवड़ म इंब्रेडिंग एवं अच्छी नस्ल के पशुओं से मुनाफा भी अधिक मिलेगा।डॉ अरुण कुमार तोमर ने निवेदन करते बताया कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन द्वारा भारत सरकार द्वारा भेड़ बकरी और मुर्गीपालन पर दी जा रही सब्सिडी के बारे म विस्तार से जानकारी दी राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना के लिए आवश्यक भेड़-बकरी पालन पर सात से आठ दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम अविकानगर संस्थान एवं केड फाउंडेशन उदयपुर के सहयोग से हर महीने म दो से तीन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिस से दौसा जिले के ज्यादा से ज्यादा किसान प्रशिक्षण लेकर राष्ट्रीय पशुधन मिशन के द्वारा भेड़ बकरी पालन के माध्यम से अपनी पशुपालन उद्यमिता को बढ़ावा द डॉ अरुण कुमार निदेशक ने बताया कि संस्थान के आपके क्षेत्र म काम करने के कारण इस क्षेत्र म बहुत जागरूकता आयी है। जिसके कारण अविकानगर संस्थान से भेड़ बकरी के उन्नत पशु किसान स्वयं जागरूक होकर संस्थान से खरीद कर ला रहे हैं । संस्थान निदेशक अरुण कुमार तोमर ने स्वास्थ्य प्रबंधन, चारा प्रबंधन,पोषण प्रबंधन, एवं विभिन्न मौसम आधारित प्रबंधन के बारे म किसानों को विस्तार से समझाइए कार्यक्रम म उपस्थित अतिथियों द्वारा भी कृषि एवं पशुपालन से संबंधित जानकारी प्रभारी कृषि विज्ञान केंद्र दौसा एवं जेपी मीना आदि द्वारा भी दी गई दोसा कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ बीएल जाट एवं डॉ अजय चित्तौड़ा आदि ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने म अपना सहयोग किया अविकानगर संस्थान के र्कमचारी श्री राम खिलाड़ी मीना श्री पिल्लू मीना,श्री छुट्टन लाल मीना एवं अन्य कॉन्ट्रैक्ट स्टाफ ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने म अपना पूरा सहयोग किया अविकानगर संस्थान के डॉ अमर सिंह मीना ने कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।
Tara Tandi
Next Story