गुलाबी नगरी जयपुर के खाने का स्वाद पूरी दुनिया में मशहूर है। यहां हर सड़क, हर गली, हर मोहल्ले में आपको स्वाद की कोई न कोई जगह जरूर मिल जाएगी। लेकिन, यहां एक ऐसा स्ट्रीट फूड है जिसके हर स्टॉल का एक ही नाम है और वह है पंडित 'पावभाजी'। अगर आप ठीक से जयपुर जाएंगे तो आपको पंडित पाव भाजी या पुराना पंडित पाव भाजी लिखा हुआ पाव भाजी के कई स्टॉल दिख जाएंगे। जयपुर में मोती डूंगरी मंदिर, वैशाली नगर, रिद्धि सिद्धि चौराहा, आगरा रोड, सोडाला जैसी कई जगहों पर पंडित पावभाजी के ठेले दिख जाएंगे। जिसकी पाव भाजी का स्वाद लाजवाब होता है. जयपुर में मोती डूंगरी मंदिर के सामने सड़क पर 50 से ज्यादा पाव भाजी के ठेले लगे हैं. इन सभी में जो कॉमन बात है वो है इनका नाम. यहां हर ठेले पर पंडितजी पाव भाजी यानी पुरानी पंडितजी पाव भाजी दिख जाएगी. हालाँकि, पाव भाजी सभी पर एक ही तरह से बनाई जाती है। जिसका टेस्ट बहुत अच्छा है.
अद्भुत मक्खन का तड़का
इन ठेलों पर पाव भाजी आमतौर पर 5 से 7 मिनट में तैयार हो जाती है. क्योंकि इसमें बहुत सी ताज़ी सब्जियाँ मिलाई जाती हैं इसलिए इसकी भौजी पहले से ही बनाकर रख ली जाती है. इसके बाद एक बड़े तवे पर मक्खन डालकर गर्म किया जाता है और फिर तवे पर फिर से मक्खन डालकर पाव को अच्छे से पकाया जाता है और तीन कोनों वाली प्लेट में मक्खन और हरा धनिया, नींबू, प्याज से सजाकर पाव को परोसा जाता है. ग्राहकों को. इसे परोसा जाता है, जिसे ग्राहक भी बड़े चाव से उंगलियां चाटते हुए एन्जॉय करते हैं.