राजस्थान
परिजनों का अंतिम संस्कार से इनकार, Alwar Mob Lynching के शिकार चिरंजी का शव पहुंचा गांव
Gulabi Jagat
16 Aug 2022 7:27 AM GMT
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अलवर. चिरंजी की मॉब लिंचिंग (Alwar Mob Lynching Case) से आहत परिवार वालों ने शव का अंतिम संस्कार करने से साफ इनकार कर दिया है. साथ ही प्रदेश सरकार से घटना को लेकर विरोध जताते हुए 50 लाख रुपये, परिवार के एक सदस्य के लिए नौकरी और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है. मामला संवेदनशील है इसलिए पूरे गांव में भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया है.
क्या है घटना: जिले के गोविंदगढ़ कस्बे के पास एक गांव में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है. 15 से 20 लोगों ने एक सब्जी बेचने वाले व्यक्ति को चोर समझकर (Tractor Thief) बुरी तरह पीटा. इस घटना में व्यक्ति गंभीर घायल हो गया. मामले की सूचना मिलते ही ग्रामीण व परिजन मौके पर पहुंचे. उन्होंने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. हालत गंभीर होने पर जयपुर रेफर कर दिया गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना के बाद गुस्साए परिजन व ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया व आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की.
अलवर में मॉब लिंचिंग
अलवर के गोविंदगढ़ कस्बे के पास रामबास में एक व्यक्ति शौच के लिए खेत में गया था. उसी दौरान अलवर के सदर थाना क्षेत्र से चोर एक ट्रैक्टर को चोरी करके आ रहे थे और पीछे से सदर थाना पुलिस और ट्रैक्टर मालिक चोरों का पीछा कर रहे थे. चोरों अपने आपको पुलिस और ट्रैक्टर मालिकों से घिरा देख ट्रैक्टर को बिजली घर के पास स्थित एक खेत में छोड़कर भाग गए. इसी दौरान पुलिस से पहले ट्रैक्टर के मालिक आ गए और खेत में शौच कर रहे चिरंजी को चोर समझकर बुरी तरह से पीट दिया. जिससें वो गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस तब तक मौके पर पहुंचती और उसकी जानकारी की तो वो रामबास निवासी चिरंजी था, जो शौच के लिए खेत में गया हुआ था.
पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराया जहां से चिकित्सकों ने उसे प्राथमिक उपचार देकर (Alwar Mob Lynching Case) जयपुर रेफर कर दिया. इलाज के दौरान चिरंजी ने अपना दम तोड़ दिया. चिरंजी सब्जी का ठेला लगा कर अपना जीवन यापन करता था और वह गरीब परिवार से है. लेकिन बिना जानकारी किए ही चिरंजी को भीड़ के द्वारा मॉब लिंचिंग कर दिया गया. चिरंजी की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने थाने का घेराव किया व आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की.
मृतक के बेटे ने मामले की लिखित शिकायत पुलिस को दी. पुलिस ने मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ (Lynching of Vegetable Vendor) एफआईआर दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने कहा कि जल्द ही आरोपी गिरफ्तार किए जाएंगे. वहीं, घटना को लेकर परिजन व ग्रामीणों में खासा रोष है.
मृतक के बेटे ने दी लिखित शिकायत
क्या है पूरा मामला, अब तक क्या-क्या हुआ ? : अलवर जिले के गोविंदगढ़ कस्बे के पास एक गांव में मॉब लिंचिंग की घटना में चिरंजी लाल सैनी की मौत हो गई. मौत के बाद मृतक का शव मंगलवार सुबह गांव में पहुंचा. पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार में 11 सदस्य हैं. परिवार की आर्थिक हालत खस्ता है. चिरंजी लाल अकेला कमाने वाला था. परिजनों ने कहा कि उनके परिवार का जीवन-यापन कैसे होगा. ऐसे में परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है.
मृतक के बेटे ने 50 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को नौकरी की मांग की है. इसके अलावा आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की गई है. क्षेत्र में तनाव के हालात हैं. ग्रामीणों ने गोविंदगढ़ मार्ग पर जाम लगा दिया. बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे तो वहीं बाजार व क्षेत्र को बंद करा दिया गया. इस पूरी घटना के दौरान पुलिस की अमानवीय तस्वीर भी सामने आई. पुलिस के अधिकारी इस पूरे मामले को दबाने में जुटे रहे व विरोध करने वालों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने की बात कहते हुए नजर आए.
मृतक के घर बड़ी संख्या में लोगों का जमावड़ा रहा. हालात बेकाबू होते देख भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की जा रही है तो वहीं परिजनों ने कहा कि जब तक सरकार के प्रतिनिधि उनके घर आकर उनकी मांगें नहीं मानते वो मृतक के शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. घटना के बाद से पूरे गांव में मातम का माहौल है. घर की हालत खस्ता है व रहने के लिए केवल एक झोपड़ी है. मिट्टी की दीवारें हैं.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल...
ग्रामीणों ने लगाया जाम : घटना के विरोध में ग्रामीणों ने पूरे क्षेत्र में जाम लगा दिया व बैरिकेड लगाकर यातायात को रोक दिया है. इसके अलावा गोविंदगढ़ और आसपास क्षेत्र के बाजारों को भी बंद करा दिया गया है. सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. बड़ी संख्या में लोग जमा हैं.
लोगों को धमकाते हुई नजर आई पुलिस : गोविंदगढ़ क्षेत्र में पहुंचे डिप्टी एसपी विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की धमकी देकर उनको शांत कराते हुए नजर आए. इस दौरान जब मीडिया कर्मियों ने उनसे सवाल पूछे तो मीडिया कर्मियों पर भी वो चिल्लाते हुए दिखे. डिप्टी एसपी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है. किसी के कहने से धाराएं नहीं जोड़ी जाएंगी. पुलिस को जो लगेगा वो पुलिस करेगी. इस दौरान बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता विरोध करते दिखे तो पुलिसकर्मी उन पर भी एफआईआर दर्ज करने का दबाव बना कर मामला शांत कराते हुए दिखाई दिए.
हिरासत में लिए गए आरोपी : पूरे मामले पर पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि इस मामले से जुड़े हुए सभी आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. साथ ही जिस वाहन में आरोपी आए थे, उस वाहन को व चोरी हुए ट्रैक्टर को भी बरामद कर लिया गया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
Gulabi Jagat
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