जयपुर: राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) की ओर से वर्ष 2015 में आयोजित जूनियर अकाउंटेंट भर्ती परीक्षा में नकल करने के आरोप में पुलिस ने गुरुवार को सुनील (27) पिता रतनाराम विश्नोई को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सुनील जालोर जिले के मीरपुरा का रहने वाला था और पुलिस को उसके जयपुर में होने की सूचना मिली थी. गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसे गोगुंदा थाने ले आई।पुलिस का कहना है कि आरोपी पिछले 8 साल से फरार था, उसे पकड़ने में पुलिस के पसीने छूट गए. मामले में एडीजी क्राइम ब्रांच दिनेश एमएन ने उदयपुर आईजी अजयपाल लांबा को इस संबंध में विशेष निर्देश दिए थे. इसके लिए एसपी भुवन भूषण यादव ने एक विशेष टीम का गठन किया और लंबी जांच के बाद आरोपी को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया.
आरोपी को जयपुर के त्रिवेणी इलाके से गिरफ्तार किया गया
पुलिस ने जयपुर के 100 से ज्यादा कोचिंग सेंटर और लाइब्रेरी में जाकर आरोपियों का पता लगाने की कोशिश की. पुलिस को मुखबिर या अन्य तकनीकी माध्यमों की मदद से आरोपियों के किसी कोचिंग या लाइब्रेरी में मिलने का अनुमान था. आखिरकार पुलिस ने इसे जयपुर के त्रिवेणी इलाके से पकड़ लिया. जहां आसपास बड़ी संख्या में लाइब्रेरी और कोचिंग हैं. आरोपियों को पकड़ने में हेड कांस्टेबल करतार सिंह, चंद्र कुमार और हरेंद्र सिंह की विशेष भूमिका रही.
ये था पूरा मामला
आरपीएससी द्वारा वर्ष 2015 में कनिष्ठ लेखाकार भर्ती परीक्षा-2013 का आयोजन किया गया था। आरोपी रतनाराम विश्नोई पर माइक्रो सेल और माइक्रो ब्लूटूथ के माध्यम से इस भर्ती में धोखाधड़ी करने का आरोप था। इस संबंध में आरोपी रतनाराम के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। आरोपी के नहीं पकड़े जाने पर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. अब 8 साल बाद पुलिस आरोपी को पकड़ने में कामयाब हो पाई है.