राजस्थान

बिजनेस एडमिनेस्ट्रेशन पढ़ाने जयपुर से कोटा पहुंची फैकल्टी

Admin Delhi 1
7 Jun 2023 1:15 PM GMT
बिजनेस एडमिनेस्ट्रेशन पढ़ाने जयपुर से कोटा पहुंची फैकल्टी
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कोटा: कोटा संभाग के सबसे बड़े गवर्नमेंट कॉमर्स कॉलेज में अब बिजनेस एडमिनेस्ट्रेशन की क्लासें लगेंगी। विद्यार्थियों को व्यापार प्रबंधन की बारिकियां सीखने को मिलेंगी। साथ ही परीक्षा से पहले सिलेबस पूरा हो सकेगा।

विद्यार्थियों को दी क्लासें लगने की सूचना: प्राचार्य सीमा राठौड़ ने बताया कि कॉलेज में लंबे समय से यूजी व पीजी के विद्यार्थियों को बिजनेस एडमिनेस्ट्रेशन पढ़ाने के लिए शिक्षक नही थे। जबकि, डिपार्टमेंट में 12 पद स्वीकृत हैं लेकिन शिक्षक नहीं होने से महाविद्यालय में व्यापार प्रबंधन की क्लासें नहीं लग पाती थी। परीक्षा की तैयारी नहीं हो पाने से विद्यार्थी भी परेशान थे। उच्च शिक्षा आयुक्तालय को भी पत्र भेज समस्या से अवगत कराया। इस पर आयुक्तालय ने जयपुर से एक शिक्षक को एक माह के लिए प्रतिनियुक्ती पर कोटा भेजा है। विद्यार्थियों को ग्रुप में क्लासें लगने की सूचना दे दी गई है। अब महाविद्यालय में बिजनेस एडमिनेस्ट्रेशन की नियमित क्लासें लग सकेंगी। इससे विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी में राहत मिल सकेगी।

व्यापार प्रबंधन पढ़े बिना पूरी हो रही वाणिज्य शिक्षा

शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद सरकार हरकत में आई और जयपुर के चीमनपुरा कॉलेज से एक शिक्षक को डेपुडेशन पर कोटा भेज दिया। अब फैकल्टी एक माह यहां रहकर पीजी प्रिवियस सैकंड सेमेस्टर के विद्यार्थियों को बिजनेस एडमिनेस्ट्रेशन पढ़ाएगी। परीक्षा से पहले सिलेबस पूरा कराकर उनकी समस्याओं का निवारण करेगी।

जेडीबी की शिक्षिका ने 7 दिन ली क्लास

रे-सेंटर ने भी फैकल्टी की व्यवस्था के प्रयास तेज किए। इसके लिए सेंटर द्वारा जेडीबी कॉमर्स कॉलेज प्रशासन को पत्र भेज राजकीय कॉमर्स कॉलेज में रोटेशन पर फैकल्टी लगाने का आग्रह किया था। इस पर जेडीबी कॉलेज से 7 दिन के लिए एक शिक्षिका को कॉमर्स कॉलेज में लगाया गया। वहां फैकल्टी ने बिजनेस एडमिनेस्ट्रेशन की कक्षाएं संचालित कर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।

कोटा संभाग में 2 ही शिक्षक

हाड़ौती के सात कॉलेजों में से मात्र दो कॉलेजों में ही बिजनेस एडमिनेस्ट्रेशन की एक-एक नियमित फैकल्टी है। इनमें जेडीबी कॉमर्स व राजकीय बारां महाविद्यालय शामिल है। इसके अलावा किसी भी कॉलेज में न तो नियमित फैकल्टी है और न ही विद्या संबल योजना में है। ऐसे में विद्यार्थियों की क्लासें ही नहीं लग पाती। मजबूरन बच्चों को कोचिंग का सहारा लेना पड़ता है। समय पर कोर्स पूरे नहीं हो पाते। जबकि, कोटा यूनिवर्सिटी द्वारा सेमेस्टर सिस्टम लागू किया गया है। जुलाई में प्रिवियस के सेकंड सेमेस्टर के एग्जाम होने हैं। ऐसे में विद्यार्थियों के पास एक माह का ही समय बचा है। फैकल्टी के अभाव में कोर्स ही पूरा नहीं हो पाता। यही स्थिति गवर्नमेंट कॉमर्स कॉलेज कोटा की थी लेकिन अब शिक्षक मिलने से विद्यार्थियों को समस्या से राहत मिल सकेगी।

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