गंगधार-चौमहला न्यूज़: झालावाड़ जिले के गंगधार उपखंड क्षेत्र के चौमहला कस्बे में आवासीय बस्तियों में जगह-जगह घरों की छतों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। घरों के नजदीक से यह हाई टेंशन लाइन से गुजरना खतरनाक साबित हो सकता है। पहले भी हाईटेंशन लाइन के कारण एक मिस्त्री और एक बालिका की जान चली गई थी। आवासीय बस्तियों में रहने वाले परिवार मौत के साए में जीवन बिताने को मजबूर है। जहां एक ओर 220 केवी के तार की वजह से लोग हर पल मौत मंडरा रही है वही जिम्मेदार अधिकारी बेपरवाही कर रहे है। बार-बार शिकायत करने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। चौमहला कस्बे के मेघवाल बस्ती, दुर्गा माता मंदिर रोड,कोलवी सहित कई जगह पर मकानों की ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है । ऐसे में लोगों का छतों पर जाना भी मुश्किल हो रहा है। 220 केवी की लाइन के चपेट में आने के डर से क्षेत्रवासी अपनी घरों की छतों पर पर जाने से भी डर रहे है। वाशिंदों ने अपनी छतों की ऊपर से निकल रही हाईटेंशन लाइन को हटवाने के लिये अपने पूरे प्रयास लेकिन प्रयास पूर्ण रूप से विफल रहे।
बालिका और मिस्त्री की हाईटेंशन लाइन की वजह से हुई थी मौत: इलाके में जगह-जगह हाईटेंशन लाइन मकान की छतों के बीच में से और कई जगह मकान की गेलरी के पास छूती हुई निकल रही है। मकानों के छत के ऊपर से गुजर रही इन लाइन के कारण मेघवाल बस्ती में 7 वर्ष पूर्व एक मिस्त्री की मौत हो गई व कुछ माह पूर्व एक 17 वर्षीय बालिका की मौत हाई टेंशन लाइन के छूने से हो गई थी ।
मकान के ऊपर से गुजर रही हाई टेंशन लाइन को हटवाने के लिए पूर्व में सहायक अभियंता व जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण क्षेत्रवासियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छत पर ही रसोई घर है। ऐसे में बार-बार छत पर जाना पड़ता है। छत पर जाने में भी डर लगता है। कई बार आंधी तूफान या अंधड आने की स्थिति में लाइन के तार भी टूट जाते है।
- गणेश मेघवाल,ग्रामीण
कोलवी दुर्गा माता मंदिर रोड पर स्थित मकान के पास बिजली का ट्रांसफर लगा है । इस ट्रांसफर से हाइटेंशन की लाइन मकान के ऊपर गुजरने के कारण घटना घटित होने का अंदेशा बना रहता है। बच्चों को छत पर नहीं जाने देते हैं।
- रमेश दुबे, ग्रामीण
चौमहला कस्बे में जिन जिन मकानों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन के तार निकल रहे हैं। उन स्थानों का कनिष्ठ अभियंता द्वारा चिन्हित करवा कर उन्हें नोटिस देखकर उनसे लाइन शिफ्टिंग के लिए आवेदन मांगे जाएंगे। उनके आवेदनों का एस्टीमेट बनाकर लाइन शिफ्टिंग के लिए उच्चाधिकारियों को भेजेंगे। साथ ही कस्बे में जहां पर किसी भी तरह अन्य परेशानियां हैं उन्हें भी सुधारा जाएगा।
- मोहन लाल मेघवाल,सहायक अभियंता जयपुर बिजली वितरण निगम लिमिटेट, चौमहला