राजस्थान

आखिरकार जे.के. लोन गेट के पास से हटाया कचरा पॉइंट

Admin4
28 Nov 2022 3:07 PM GMT
आखिरकार जे.के. लोन गेट के पास से हटाया कचरा पॉइंट
x
कोटा। नगर निगम कोटा उत्तर के जन स्वास्थ्य अनुभाग की ओर से जे.के. लोन अस्पताल के नए प्रवेश गेट के पास से आखिरकार कचरा पाइंट को हटा दिया है। अब यहां निगम के टिपरों में ही कचरा डाला जाएगा। नगर निगम कोटा उत्तर का एक कचरा पाइंट काफी समय से जे.के, लोन अस्पताल रोड पर बना हुआ था। जहां नयापुरा क्षेत्र के कई वार्डों का करा डाला जा रहा था। यहां से डम्परों व ट्रैक्टर ट्रॉलियों के माध्यम से इस कचरो को यहां से उठाया जा रहा था। लेकिन नगर विकास न्यास द्वारा जे.के. लोन व एमबीएस अस्पताल के नए ओपीड़ी ब्लॉक बनाए गए हैं। जिसके बाद जे.के. लोन अस्पताल के पुराने गेट को बंद कर उसकी जगह पर नया प्रवेश द्वार बनाया गया है। जिससे वह कचरा पाइंट हैरीटेज अस्पताल के नए प्रवेश द्वार के पास हो गया था। ऐसे में वह कचरा पाइंट अस्पताल की सुंदरता बिगाड़ रहा था।
नगर निगम कोटा उत्तर के सहायक अभियंता व स्वास्थ्य अधिकारी कुलदीप प्रेमी ने बताया कि जे.के. लोन असपताल रोड पर निगम का कचरा पाइंट काफी पुराना है। लेकिन अब वहां अस्पताल का नया गेट बन गया है। जिससे वह कचरा पाइंट गेट के पास हो गया है। ऐसे में उसे हटाने का प्रयास किया जा रहा था। जिसके बाद अब उस कचरा पाइंट के निर्माण को जेसीबी की सहायता से तोड़ दिया है। अब यहां से कचरा पाइंट को बंद कर दिया जाएगा। लेकिन जब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो जाती। तब तक यहां निगम के टिपर खड़े रहेंगे। हालाकि वे टिपर अस्पताल गेट से आगे की तरफ होंगे। ये टिपर वहां घूमते रहेंगे। जिससे कचरा उन्हीं में डाला जा सके। यदि फिर भी किसी ने सड़क पर कचरा डाल दिया तो उसे तुरंत वहां से साफ करवा दिया जाएगा। कुलदीप प्रेमी ने बताया कि जे.के. अस्पताल के साथ ही सीवी गार्डन के पास के कचरा पाइंट को भी बंद कर दिया है।
करोड़ों रुपए की लागत से बने हैरीटेज अस्पताल और उसके प्रवेश द्वार के पास निगम का यह कचरा पाइंट दाग की तरह लग रहा था। इस संबंध में दैनिक नवज्योति में 31 अक्टूबर को पेज 3 पर हैरीटेज अस्पताल की सुंदरता में गंदगी का ग्रहण' शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसके बाद से ही इस कचरा पाइंट को हटाने पर निगम अधिकारियों ने काम शुरू कर दिया था। जिसे अब अंजाम दिया गया है। निगम ने उस कचरा पाइंट को वहां से हटा दिया है।
Next Story