राजस्थान

रिवर फ्रंट घूमने से भी कम नहीं हुआ स्ट्रेस! कोटा में छात्रा के सुसाइड से उठे सवाल

SANTOSI TANDI
14 Sep 2023 12:57 PM GMT
रिवर फ्रंट घूमने से भी कम नहीं हुआ स्ट्रेस! कोटा में छात्रा के सुसाइड से उठे सवाल
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छात्रा के सुसाइड से उठे सवाल
राजस्थान :सुसाइड सिटी कोटा को गहलोत सरकार ने रिवर फ्रंट की सौगात दी है. सरकार का तर्क है कि रिवर फ्रंट के पास छात्र घूमने-टहलने आएंगे तो उनका स्ट्रेस लेवल काफी कम होगा. हालांकि उद्घाटन के बाद ही इस योजना पर सवाल खड़े होने लगे, क्योंकि बीते मंगलवार को ही एक छात्रा ने सुसाइड कर लिया. उद्घाटन से पहले कोटा रिवर फ्रंट के आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया ने कहा था कि रिवर फ्रंट बनने से यहां बच्चे घूमने आएंगे. इससे उनके स्ट्रेस लेवल में कमी आएगी. जब कोई एंजॉयमेंट मोड में होता है तो ऐसी घटनाओं में कमी आती है.
बता दें कि राजस्थान का कोटा शहर इस समय पढ़ाई से ज्यादा ‘सुसाइड’ को सुर्खियों में है. पिछले आठ महीने में 23 छात्र-छात्राओं ने मौत को गले लगा दिया. 23वां सुसाइड केस बीते मंगलवार का है. झारखंड की रहने वाली एक छात्रा बीते पांच महीने से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी. कल उसका शव हॉस्टल के कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला.
नीट की तैयारी कर रही थी छात्रा
सुसाइड की यह घटना कोटा शहर के विज्ञान नगर थाना क्षेत्र की है. विज्ञान नगर थाने के एएसआई अमर कुमार ने बताया कि छात्रा झारखंड की रहने वाली थी. छात्रा का नाम रिचा सिन्हा (16) था. रिचा पांच महीने पहले ही कोटा आई थी. वह यहां एक कोचिंग संस्थान में नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी. उसने इलेक्ट्रॉनिक कॉम्प्लेक्स स्थित हॉस्टल में कमरा लिया था.
एएसआई अमर कुमार ने बताया कि मंगलवार से शाम से वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकली. इस पर बगल के कमरे में रहने वाली छात्राओं को चिंता हुई तो उन्होंने हॉस्टल ऑनर को जानकारी दी. हॉस्टल ऑनर की सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. छात्रा को परिजनों को सूचना दे दी गई है. वह कोटा आ रहे हैं. बगल में रहने वाली छात्राओं से पूछताछ की जा रही है. परिजन जब आएंगे तो उनसे भी पूछताछ की जाएगी.
अगर एक भी बच्चा जाता है तो दुख होता है- CM अशोक गहलोत
वहीं छात्रा के सुसाइड को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख जताया. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह से एक भी बच्चा इस दुनिया से जाता है तो हम सबको दुख होता है, उसके परिवार को धक्का लगता है. हम कोटा के छात्र-छात्राओं, कोचिंग संस्थानों, उनके प्रबंधकों इत्यादि से बात कर रहे हैं. इस गंभीर विषय पर एक कमेटी गठित की गई है. जल्द ही कमेटी इस पर अपनी रिपोर्ट देगी. रिपोर्ट के आधार पर विषय विशेषज्ञयों से चर्चा की जाएगी.
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