कोटा में आत्महत्या रोकने के लिए पंखों पर उपकरण लगाए जाएंगे
कोटा: कोटा में मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। 8 महीने में 20 बच्चों की मौत गले में लग गई। इस पर रोक लगाने के लिए अब स्थानीय प्रशासन के साथ शेयर बाजार जारी किया जा रहा है।
सूची पहले से है, लेकिन अब इसे लागू करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही आदेश जारी किए गए हैं कि कोटा के किसी भी कोचिंग सेंटर में संडे को टेस्ट नहीं होगा।
इधर, कोचिंग सिटी में बढ़ते सुसाइड केस को लेकर सीएम अशोक मित्रों ने भी जताई चिंता जाहिर की। जयपुर के एक कार्यक्रम में वे बोले-बच्चों पर दबाव न डालें। वे जो बनना चाहते हैं, उन्हें बना लें।
कोचिंग सेंटर में हर सप्ताह मोटिवेशनल सेशन शुरू होगा
कोटा में शनिवार को निर्वाचित जिला समिति की बैठक आयोजित की गई। इसमें कोचिंग और कोचिंग स्टाफ सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
एंटरप्राइज़ रिसर्चर बुडकर ने कहा कि बच्चे कोचिंग और अपने कमरे में लगातार अध्ययन करते रहते हैं। उन्हें रिलेक्स करने का मौका नहीं मिलता। सबसे पहले बच्चों को संडे की छुट्टियाँ देने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन, फिर भी कई आशिकों की जमाअत आती हैं।