जयपुर न्यूज़: राजस्थान आवासन मंडल की प्रताप नगर स्थित एनआरआई कॉलोनी में अतिक्रमण हटाने गए मंडल के प्रवर्तन दस्ते ने किसानों पत्थरबाजी की। माहौल बिगड़ने पर मंडल प्रशासन ने अतिरिक्त जाप्ता बुलाकर अतिक्रमण को ध्वस्त कर करीब 1500 वर्गमीटर जमीन को खाली कराया। मंडल की एनआरआई कॉलोनी वर्ष 2003 में एनआरआई लोगों के लिए लांच की थी और उस समय से किसान उस जमीन पर अतिक्रमण कर बैठे थे। आवासीय अभियंता सुभाष यादव ने बताया कि किसानों का मुआवजा कोर्ट में जमा करा रखा है और एनआरआई कॉलोनी के एक मकान की करीब एक हजार वर्गमीटर के अलावा आस पास की जमीन पर भी कब्जा कर रखा था जिसे प्रवर्तन दस्ते ने ध्वस्त कर जमीन को कब्जे में ले लिया। कार्रवाई के दौरान किसानों की महिलाओं ने मौके पर पथराव कर दिया, जिसमें जेसीबी के शीशे टूट गए थे। वहीं स्थानीय लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया। 1972 से रह रहा था किसान: प्रभावित किसान रामफूल मीणा ने बताया कि यह जमीन उनकी पुश्तैनी जमीन है और वर्ष 1972 से वहां रह रहे थे और दो मंजिला मकान भी बना रखा था। अधिकारियों ने मुआवजा देने का आश्वासन दिया है। उनके पास पंचायत की पट्टा भी बना हुआ है लेकिन मंडल अधिकारियों ने बिना सूचना के भारी पुलिस बल के साथ उनके दो मंजिला मकान को तोड़कर बेदखल कर दिया।
मुआवजा दिए बिना किया जमीनों से बेदखल: व्यापार मंडल
प्रताप नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष लालाराम मीना ने बताया कि मंडल के अधिकारी किसानों को मुआवजे दिए बिना जमीनों से बेदखल कर रहे अधिकारी प्रकरणों का निस्तारण समय पर नहीं करते है। उन्होंने कहा कि जमीनों के प्रकरणों का निस्तारण समय पर करें तो किसान जमीन खाली करने को तैयार है। मंडल अधिकारी किसानों को बेदखल तो कर रहे है लेकिन बाहर के लोग प्रताप नगर में जमीनों पर अतिक्रमण कर कब्जा कर रहे है वहां कार्रवाई नहीं करते है।