राजस्थान

उत्तर निगम के वार्ड 46 में लावारिस मवेशियों और श्वानों के साथ अतिक्रमण भी बड़ी समस्या

Admin Delhi 1
3 March 2023 2:42 PM GMT
उत्तर निगम के वार्ड 46 में लावारिस मवेशियों और श्वानों के साथ अतिक्रमण भी बड़ी समस्या
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कोटा: नगर निगम कोटा उत्तर के वार्ड 46 में आधा अधूरा सीवरेज का कार्य लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। वार्ड में लावारिस मवेशी और श्वानों के आंतक से वार्डवासी त्रस्त हो चुके है। वार्ड में कई विकास हो चुके हैं और कुछ चल रहे हैं लेकिन वार्ड में बरसों से बनी सीवरेज की समस्या का समाधान अभी तक नहीं हो सका है और यहीं इस वार्ड के लोगों की सबसे बड़ी समस्या है। वार्ड के कुछ लोग बताते हैं कि पार्षद ने वार्ड में कई अच्छे काम करवाएं हैं। मसलन सीसी रोड और नाली पटान का काम। कुछ स्थानों पर अभी भी काम चल रहे हैं। लोग बताते हैं कि बीते कुछ समय ये वार्ड की व्यवस्थाओं में काफी सुधार हुआ है लेकिन अभी भी वार्ड में कई काम होने बाकी है। मसलन नालों का निर्माण और कई गलियों में सड़कों की मरम्मत और निर्माण।उत्तर निगम के इस वार्ड में लगभग 5 हजार मतदाता हैं। नेहरू नगर, हरजिन बस्ती, तेलघर, आर्य समाज तथा इमामबाड़ा आदि इलाकें इस वार्ड में शामिल हैं। इन इलाकों के कुछ लोग बताते हैं कि वार्ड के आधे से अधिक स्थानों पर सीसी रोड बन चुके हैं। जहां रोड लाइट की आवश्यकता थी वहां रोड लाइट लगाई गई है। वरना पहले तो इन स्थानों पर रात में अंधेरा ही पसरा रहता था। चोरियां होने का खतरा बना रहता था। वार्ड के कई सड़कें ऐसी है जिन पर वाहन चलाना मुश्किल काम था लेकिन आज हालात बदल चुके हैं। वार्ड के लोग बताते हैं कि और सब तो फिर भी ठीक है लेकिन यहां के दुकानदारों और कई मकान मालिकों के घरों के बाहर किए गए अतिक्रमण एक बड़ी समस्या है। वहीं वार्ड के कुछ लोग ये कहते हैं कि सीवरेज की एक ऐसी समस्या है जिसका समाधान सबसे पहले होना चाहिए था क्यों कि हर बार बारिश के दौरान भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लाइने ही नहीं डली है। वार्ड के केवल वहीं काम हो रहे हैं या हुए हैं जहां वार्ड पार्षद ने चाहे हैं। लोग कहते हैं कि वाडरवाने का हर संभव प्रयास किया है। वार्ड के लगभग सभी गली-मौहल्ले में कार्य करवाये गए हैं।

इन इलाकों के लोगों की माने तो वार्ड पार्षद के प्रतिनिधि रोजाना करीब 4-5 घंटे वार्ड में बिताते हैं और जैसे ही उन्हे निगम से जुड़ी कोई समस्या नजर आती है वो उसे सुलझाने का प्रयास करते हैं। पार्षद को कहने की कम ही जरूरत पड़ती है कि उनकी ये समस्या है। आवारा मवेशियों और श्वानों की समस्या हटा दी जाये तो वार्ड लगभग समस्या मुक्त हो जाएगा। वार्ड पार्षद का कहना हैं मैने वार्ड के हर हिस्सें में काम करवाने का प्रयास किया है। कही कोई भेदभाव नहीं किया है। जो भी काम नियम के तहत होने होते हैं, सबको करवाने का प्रयास करता हंू। वार्ड के लगभग हर हिस्सें में सीसी रोड बनवाने की कोशिश कर रहा हंू। अतिक्रमण की समस्या से मैं खुद परेशान हंू। रही श्वानों की समस्या तो कोर्ट के आदेशों के बाद इनको दूसरे स्थानों पर छुड़वाना संभव नहीं है। वार्ड में कुछ काम बच रहे हैं वो भी जल्दी हो जाएंगे। वार्ड में सबसे ज्यादा समस्या सीवरेज की है। सफाई व्यवस्था को लेकर दिक्कत है। श्वानों की हालात ऐसी है कि बच्चों को सड़कों पर भेजने में भी सोचना पड़ता है। आए दिन काटते रहते हैं। सड़कों पर मवेशी लड़ते रहते हैं।

वार्ड में सीसी रोड और नाली पटान का काम लगभग पूरा हो चुका है। कुछ जगहों पर काम चल रहा है। रोड लाइट करीब करीब लग चुकी है। वार्ड में मुख्य नाले का नया निर्माण हुआ है। कुछ डिवाइडर पर पोल लगने बाकी हैं। सफाई दोनों समय होती है। नियमित रूप से पानी की सप्लाई हो रही है।

-विमल कुमार, वार्ड पार्षद।

हमारे वार्ड में नालियों की बड़ी समस्या है। बाकी तो सारे काम हुए ही हैं। लोगों ने घरों के बाहर और फुटपाथों पर अतिक्रमण किया हुआ है। कचरा पाइंट पर लोग कचरा डाल जाते हैं। पार्षद अच्छा काम कर रहे हैं। पर लोग जागरुक नहीं है। पानी ठीक प्रेशर से आ रहा है।

-दिलशाद अली, वार्डवासी।

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