राजस्थान

अतिक्रमण और पार्किंग दक्षिण के वार्ड 21 की बड़ी समस्याएं, सफाई व्यवस्था चरमराई

Admin Delhi 1
3 Feb 2023 2:55 PM GMT
अतिक्रमण और पार्किंग दक्षिण के वार्ड 21 की बड़ी समस्याएं, सफाई व्यवस्था चरमराई
x

कोटा: जो काम 30 सालों में नहीं हुए वो हुए हैं, नालियों की दशा भी सुधरी हैं लेकिन उसके बाद भी कई स्थानों पर अव्यवस्थाएं नजर आ रही हैं। ये हालात हैं कोटा दक्षिण के वार्ड 21 के। वार्डवासी तो दूर की बात खुद पार्षद ही वार्ड में बनी अव्यवस्थाओं को लेकर परेशान हैं। वार्ड के कुछ लोगों का कहना है ये वार्ड कॉमर्शियल वार्ड है। इस वार्ड के हिस्सों में कई व्यावसायिक भवन, दुकानें आदि हैं। इस कारण इन हिस्सों में दूसरे वार्डों की अपेक्षा लेबर ज्यादा चाहिए लेकिन निगम की ओर से ज्यादा तो दूर जितनी चाहिए उतनी लेबर भी मुहैया नहीं करवाई गई है। यही कारण है वार्ड में रोड तो सीसी हो गए लेकिन उन पर दिनभर कचरा फैला नजर आता है। नगर निगम दक्षिण के इस वार्ड में 4 हजार से अधिक मतदाता हैं। न्यू कॉलोनी गुमानपुरा, चौपाटी, शोपिंग सेन्टर मोटर मार्केट, मलटीपरपज स्कूल तथा टीचर्स कॉलोनी आदि इलाकें इस वार्ड में आते हैं। इन इलाकों के कुछ लोगों का कहना है कि निगम में कांग्रेस का बोर्ड होने के बाद भी भाजपा पार्षद ने वार्ड की कई ऐसी समस्याओं का समाधान करवाया है जो सालों से वार्ड के लोगों के लिए सिरदर्द बनी हुई थी। उदाहरण के रूप में कुछ समय पहले तक इन इलाकों में सड़कें खस्ताहाल थी, नालें दुर्दशा का शिकार थे लेकिन अब ऐसा नहीं है।

वार्डवासी बताते हैं कि वार्ड में कुछ जगह तो ऐसी है जहां 30 सालों से रोड नहीं बने थे लेकिन अब सीसी रोड बन चुके हैं। इस वार्ड के कुछ लोगों का कहना है कि आज भी वार्ड के कई स्थानों पर सड़कें उधड़ी हुई हैं। गड्ढेंÞ पड़े हुए हैं। इन सड़कों से दिनभर धूल उड़ती रहती है। लोगों ने खूब अतिक्रमण किया हुआ हैं लेकिन ना तो निगम ध्यान देती है और ना जिला प्रशासन। नालियों की हालात कई स्थानों पर खराब हैं। साफ-सफाई के अभाव में कई बार नालियां जाम हो जाती हंै और पानी सड़कों पर फैला रहता है। गुमानपुरा में पार्र्किंग बन गई लेकिन शुरू नहीं हो पाई। लोग हमारें घरों और दुकानों के बाहर गाड़िया सुबह से ही खड़ी कर जाते हैं। हमें हमारी गाड़ियों को दूसरे स्थानों पर खड़ा करना पड़ता है। दिनभर वार्ड की गलियों और सड़कों पर आवारा मवेशियों और श्वानों का जमावड़ा लगा रहता है। वार्डवासियों का कहना है कि पार्षद ने बहुम अच्छे काम करवाएं है लेकिन कुछ समस्याओं के लिए तो वो भी निगम के आगे बेबस नजर आए है। शोपिंग सेंटर इलाकें में पिछले 30 सालों से सड़क नहीं बनी थी लेकिन अब बन चुकी है। कुछ नालें भी बनवाए गए हंै जो क्षतिग्रस्त थे। लोग ख्ुाद ही जानबूझकर अव्यवस्थाएं फैलाते हैं। कचरे और गंदगी को सड़कों पर डाल जाते हैं। पीने के पानी की कोई समस्या नहीं है। रोड लाइट की स्थिति भी पहले से काफी सुधर चुकी है। वार्ड के पार्कांे के हालत भी सुधरे हैं। काफी जगहों पर नालियां बन चुकी है। पार्षद वार्ड के लोगों के सम्पर्क में रहते हैं। कोई भी समस्या हो उसके समाधान के लिए सदैव तत्पर रहते है। वार्ड पार्षद का कहना है कि मैने रोड तो बनवा दिए लेकिन निगम की ओर से पर्याप्त लेबर नहीं दिए जाने के कारण साफ-सफाई नहीं हो पाती। क्षेत्र में कई दुकानदार हंै तो कचरा भी दूसरे वार्डांे की अपेक्षा ज्यादा होता है। वार्ड में आधे से अधिक नाले सीसी बन चुके हैं। टीचर्स कॉलोनी में सीसी सड़क बनवाई है। मेरे सामने कोई समस्या आती है तो मैं खुद मौके पर जाता हूं और उसके समाधान का प्रयास करता हंू।

इनका कहना है: वार्ड में काफी काम करवाएं हैं लेकिन अब भी कई काम होने बाकी हैं। अतिक्रमण वार्ड की सबसे बड़ी समस्या हैं। फुटकर व्यापारियों ने कई स्थानों पर अतिक्रमण किया हुआ है। कुछ दिनों बाद वार्ड में सीसी रोड और बनवाने हैं। निगम की ओर से वार्ड की स्थिति के अनुसार पर्याप्त सफाई कर्मचारी और संसाधन उपलब्ध नहीं करवाएं गए हैं। टीचर्स कॉलोनी में एक पार्क है जिसका टेंडर तो हुआ लेकिन ठेकेदार काम छोड़कर चला गया। उसे भी ठीक करवाने की कोशिश कर रहा हंू।

-नरेश शर्मा, वार्ड पार्षद।

पार्षद ने बहुत काम करवाएं हैं लेकिन अतिक्रमण और आवारा मवेशियों की समस्याओं का कोई समाधान नहीं हो सका है। सीसी रोड बने हैं। नालियां बनी हैं। पार्कों का काम भी हुआ हैं। वार्ड पार्षद लोगों से मिलते हैं, उनसे समस्याओं को लेकर चर्चा करते है। समस्या को सुलझाने का हर संभव प्रयास करते हैं। वार्ड में साफ-सफाई की व्यवस्था बिल्कुल भी सही नहीं हैं।

-जैफ खान मंसूरी, वार्ड दुकानदार।

सबसे बढ़िया काम सीसी रोड और नाले का हुआ हैं। रोड तो बन गए हैं लेकिन उनकी सप्ुाई ही टाइम पर नहीं होती हैं। पार्षद को कहते है तो उनका जवाब आता है कि लेबर ही नहीं है। अब वो भी क्या करें। जो लेबर वार्ड के लिए निगम ने दे रखी हैं वो बहुत कम हैं। पार्किंग बनी लेकिन फिर भी लोग यहां-वहां गाड़िया खड़ी कर जाते हैं।

-नरोत्तम, वार्डवासी।

Next Story