राजस्थान

जैतपुर रैंज के बजालिया वन क्षेत्र में तैयार हो रहा एनक्लोजर

Admin Delhi 1
22 May 2023 11:28 AM GMT

कोटा: रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में रणथम्भौर से एक और बाघिन लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए जैतपुर रैंज के बजालिया वनक्षेत्र में 34.50 लाख की लागत से एनक्लोजर बनाया जा रहा है। इस एनक्लोजर की खासियत यह है कि यह पूरी तरह से पोर्टेबल होगा। इसमें रणथम्भौर से जल्द ही लाई जाने वाली बाघिन को रखा जाएगा। इसके बाद द्वितीय चरण में झरबंधा व गुमानबाड़ी के बीच इस एनक्लोजर को शिफ्ट कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि रामगढ़ में बनने वाला पोर्टेबल एनक्लोजर प्रदेश में दूसरा है। इससे पहले अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व में इस तरह का एनक्लोजर बनाया जा चुका है।

पोर्टेबल एनक्लोजर का फायदा

रामगढ़ टाइगर रिर्जव के डीएफओ संजीव शर्मा ने बताया कि पोर्टेबल एनक्लोजर के फायदे हैं। जब रणथम्भौर से दूसरी बाघिन रामगढ़ लाई जाएगी तो उसे निर्धारित अवधि तक इसी एनक्लोजर में रखा जाएगा। फिर हार्ड रिलीज करने के बाद इस एनक्लोजर को दूसरी जगह शिफ्ट कर भविष्य में आने वाले अन्य टाइगर को रखने के काम आ सकेगा। साथ ही सरकार को दूसरा एनक्लोजर बनाने के लिए अतिरिक्त पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा।

इसी माह आ सकती है बाघिन

रणथम्भौर से इसी माह बाघिन की रामगढ़ टाइगर रिजर्व में शिफ्टिंग हो सकती है। नेशनल टाइगर कनजर्वेशन अथोरियटी की ओर से अनुमति मिलने के बाद यहां बाघिन लाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। हालांकि, रणथम्भौर से किन बाघिनों को शिफ्ट किया जाना है, इस संबंध में अभी निर्णय नहीं किया गया लेकिन, सूत्रों की माने तो वन अधिकारी शिफ्टिंग के लिए बाघिन को चिह्नित करने को लेकर मंथन में जुट गए हैं। जल्द ही बाघिनों को चिह्नित कर लिया जाएगा।

युवा बाघिनों को किया जाएगा शिफ्ट

वन अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार रणथम्भौर से मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व व बूंदी में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में एक- एक बाघिन को शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए विभाग की ओर से ढाई से चार साल तक युवा बाघिनों का चयन किया जाएगा। वर्तमान में मुकुंदरा में एकलौती बाघिन एमटी-4 की मौत के बाद बाघ एमटी-5 अकेला रह गया। वहीं, रामगढ़ में एक बाघ और दो बाघिन हैं। ऐसे में एक-एक बाघिन मिलने से एमटी-5 को जहां हमसफर मिलेगा। वहीं, रामगढ़ में बाघों का कुनबा बढ़ेगा।

रामगढ़ ने दो बाघिन की मांगी थी स्वीकृति, एक की मिली

जानकारी के अनुसार वन विभाग की ओर से बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में दो और बाघिनों को शिफ्ट करने की अनुमति मांगी गई थी। हालांकि अब तक एनटीसीए की ओर से एक बाघिन को ही शिफ्ट करने की अनुमति दी गई है। वन विभाग की ओर से रामगढ़ में बाघिन के लिए दो एनक्लोजर भी तैयार किए जाने हंै। वन विभाग को बजाल्या क्षेत्र में एक एनक्लोजर की अनुमति मिल गई है। यहां काम भी शुरू हो गया है। इस पर करीब 34.50 लाख का खर्च आएगा। एनक्लोजर के तैयार होने के बाद ही रामगढ़ में बाघिन को शिफ्ट किया जाएगा।

इनका कहना है

मुकुंदरा व रामगढ़ में एक-एक बाघिन को शिफ्ट करने के संबंध में एनटीसीए की ओर से अनुममि मिल गई है। ऐसे में फिलहाल तैयारियां की जा रही है। जल्द ही बाघिन को लाया जाएगा। वहीं, जैतपुर रेंज के बजालिया वन क्षेत्र में 34.50 लाख की लागत से पोर्टेबल एनक्लोजर तैयार किया जा रहा है।

- संजीव शर्मा, उपवन संरक्षक, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व, बूंदी।

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