राजस्थान

शिक्षा अधिकारी पर शिक्षिका से छेड़छाड़ और प्रताड़ना का आरोप

Admin4
5 Feb 2023 12:44 PM GMT
शिक्षा अधिकारी पर शिक्षिका से छेड़छाड़ और प्रताड़ना का आरोप
x
अजमेर। अजमेर के मसूदा थाना क्षेत्र की स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका के साथ मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा छेड़छाड़ करने और प्रताड़ना का मामला सामने आया है। शिक्षिका की रिपोर्ट पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच डीएसपी ईश्वर सिंह कर रहे हैं। वहीं सीबीईओ ने शिक्षिका की जांच लंबित होने व मनमाफिक स्थान पर नौकरी करने के लिए दबाव बना रही है। उसके सभी आरोप झूठे हैं। मसूदा थाना क्षेत्र में रहने वाली शिक्षिका ने एक रिपोर्ट मसूदा थाने में दी। जिसमें बताया कि वह थाना क्षेत्र की ही स्कूल में अध्यापन का कार्य करती थी। उसे सीबीईओ शिव कुमार दुबे ने अगस्त माह में उसे अपने कार्यालय में बुलाया और कंप्यूटर पर काम करने को कहा। जब वह कंप्यूटर पर काम करने लगी तो दुबे ने उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी और आपत्तिजनक बातें कही।
पीड़िता ने कहा कि उसके पति से भी उसका विवाद चल रहा है। इसका फायदा उठाकर सीबीईओ ने उसे खुला प्रस्ताव दिया लेकिन उसने साफ मना कर दिया और विरोध जताते हुए स्कूल में ही काम करने की बात कहकर वह निकल गई। इसके बाद दुबे ने उसका तबादला अन्यत्र स्कूल में कर दिया साथ ही उसे विभागीय कार्रवाई का भी डर दिखाने लगा। ड़िता ने कहा कि सीबीईओ शिव कुमार दुबे की प्रताड़नाओं से वह तंग आ गई है और मानसिक तनाव में रहने लगी है। इतना ही नहीं यदि उसे न्याय नहीं मिला तो उसके पास सुसाइड के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।
पीड़िता ने कहा कि वह घटना के बाद बीमार हो गई थी। जैसे ही ठीक हुई तो फिर से सीबीईओ उस पर दबाव बनाने लगा। ऐसे में उसने सीएम पोर्टल, महिला आयोग व यहां तक की पीएमओ को भी शिकायत कर चुकी है। इसके बावजूद भी उसकी सुनवाई नहीं हो रही। उसने पुलिस से आरोपी सीबीईओ के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है। पीड़िता की रिपोर्ट पर मसूदा थाना पुलिस ने छेड़छाड़, एससी एसटी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
कथित आरोपी सीबीईओ शिव कुमार दुबे से जब बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि सभी आरोप झूठे हैं। उनके कार्यालय में बालिका शिक्षा को लेकर पद रिक्त था और शिक्षिका मसूदा की ही रहने वाली है, ऐसे में उन्होंने उसका डेपुटेशन उनके कार्यालय में किया लेकिन शिक्षिका ने वहां जॉइन तक नहीं किया और ना ही रिलीव हुई। अपनी मर्जी से स्कूल में ही नौकरी करने की बात कहकर रवाना हो गई। इसके बाद उन्होंने डेपुटेशन ऑडर को निरस्त किया। हाल ही में जनप्रतिनिधियों की ओर से जब शिक्षिका के खिलाफ शिकायत मिली तो उन्होंने फोन करके शिकायत दूर करने की बात कही थी। साथ ही इस संबंध में जांच भी शुरू कर दी। सोमवार को जांच दल इसकी जांच करने भी जाने वाला था। इसकी जानकारी शिक्षिका को लग गई और उसने मुकदमा दर्ज करवाया है। दुबे ने कहा वह सभी आरोपों का खंडन करते हैं।
Next Story